अपडेटेड 31 March 2024 at 21:21 IST

PDA सिर्फ पब्लिक डिस्प्ले अफेक्शन, जमीन पर कुछ भी नहीं - PDM की घोषणा के बाद बोले ओवैसी

सियासी संडे हैपनिंग रहा। दिल्ली में महागठबंधन की रैली के बाद मेरठ में पीएम की हुंकार और इन सबके बीच थर्ड फ्रंट का ऐलान!

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ओवैसी और पल्लवी पटेल | Image: pti

Lok sabha Election 2024:  AIMIM प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी ने डॉ. पल्लवी पटेल की अपना दल (कमेरावादी) ने लोकसभा में एक साथ लड़ने का ऐलान किया। इस तरह UP के चुनाव में असदुद्दीन ओवैसी की पार्टी AIMIM की तीसरे फ्रंट के जरिए एंट्री हो गई है। ऐलान लखनऊ में एक प्रेस कॉन्फ्रेंस के जरिए किया गया। पल्लवी पटेल ने कहा कि पिछड़ों की भागीदारी तय करने के लिए ये फ्रंट जरूरी था। वो पीडीए अधिकारों को लेकर गंभीर है।

दरअसल, अपना दल (कमेरावादी) ने यूपी की 3 सीटों पर लोकसभा उम्‍मीदवार खड़े करने का एकतरफा ऐलान किया था। जिसके बाद सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने एक प्रेस कांफ्रेंस में कहा कि इतनी सीटों की डिमांड हम पूरी नहीं कर सकते। उन्‍होंने साफ कर दिया था कि लोकसभा चुनाव 2024 में अपना दल (कमेरावादी) से सपा का गठबंधन नहीं है।

पीडीए का ओवैसी ने बताया अर्थ

गठबंधन ऐलान के बाद ओवैसी पूरे रंग में दिखे। मीडिया के सामने आए और  कहा, "वह PDA सिर्फ पब्लिक डिस्प्ले अफेक्शन था, जमीन पर कुछ भी नहीं था। यह जो गठबंधन बना है वह सही मायनों में सामाजिक न्याय के लिए एक बहुत बड़ा कदम होगा। यह सिर्फ चुनाव के लिए नहीं बनाया गया है, यह आगे भी रहेगा..."

अखिलेश की मुश्किलों में इजाफा तय

अखिलेश यादव पीडीए के बारे में बहुत बात करते हैं पीडीए यानि पिछड़ा, दलित और अल्पसंख्यक। यही इस विपक्षी खेमे का वोटर भी है। तय है कि अपना दल कमेरावादी पिछड़ों और दलित तो अल्पसंख्यकों पर ओवैसी सेंधमारी करेंगे। इसका इशारा संयुक्त पीसी में दोनों ने कर भी दिया। जहां पल्लवी पटेल ने खुद को पीडीए की फिक्र करने वाली पार्टी के तौर पर प्रेजेंट किया। पल्लवी पटेल ने कहा कि PDA में A को लेकर कनफ्यूजन था, कभी वो अल्पसंख्यक, कभी अगड़ा हो गया तो कभी ऑल हो गया। इस कफ्यूजन को दूर करने के लिये हमने M जोड़ा है। PDM का मतलब पिछड़ा-दलित-मुसलमान है।

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Published By : Kiran Rai

पब्लिश्ड 31 March 2024 at 21:21 IST