अपडेटेड 14 March 2024 at 11:02 IST

Bihar News: NDA का चिराग पासवान पर भरोसा... चाचा पशुपति पारस हुए खफा! आज ले सकते हैं बड़ा फैसला

Bihar latest News: सूत्रों के हवाले से जो खबर मिली है उसके अनुसार आगामी लोकसभा चुनाव में बीजेपी ने चिराग पासवान की लोजपा को 5 सीट देने का फैसला किया है।

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चिराग पासवान और पशुपति पारस | Image: x/pti

Bihar NDA Seat Sharing: बिहार में 40 सीट जीतने का लक्ष्य लिए NDA ने अपना नया फॉर्मूला तैयार कर लिया है। बिहार में एनडीए ने अभी तक उम्मीदवारों की लिस्ट जारी तो नहीं की है लेकिन भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा ने नीतीश कुमार और चिराग पासवान से मुलाकात कर किस पार्टी को कितनी सीटें मिलेंगी इसको लेकर प्लान बना लिया है।

सूत्रों के हवाले से जो खबर मिली है उसके अनुसार आगामी लोकसभा चुनाव में बीजेपी ने चिराग पासवान की लोजपा को 5 सीट देने का फैसला किया है। ये भी खबर सामने आई है कि NDA  की सीट शेरिंग में चिराग को तरजीह मिलने से उनके चाचा पशुपति पारस खुश नहीं हैं और वो बड़ा फैसला ले सकते हैं।

पशुपति पारस लेंगे बड़ा फैसला?

लोकसभा चुनाव से पहले बिहार में सियासी पारा एक बार फिर हाई है। सीट शेरिंग को लेकर NDA ने जो नया फॉर्मूला बनाया है, उससे राष्ट्रीय लोक जनशक्ति पार्टी (RLJP) के अध्यक्ष पशुपति पारस खुश नहीं हैं। खबर मिली है कि दिल्ली में आज RLJP संसदीय बोर्ड की अहम बैठक है।

दरअसल, आगामी लोकसभा चुनाव में एनडीए ने चिराग पासवान की लोजपा को 5 सीट देने का मन बनाया है जिसमें हाजीपुर विधानसभा सीट शामिल है। सूत्रों की मानें तो चिराग अपने पिता राम विलास पासवान की सीट हाजीपुर से चुनाव लड़ सकते हैं। हालांकि, उनके चाचा NDA की इस फॉर्मूले से खुश नहीं हैं और उनकी पार्टी के खेमे में मायूसी छाई हुई है। बताया जा रहा है कि आज पशुपति पारस केंद्रीय कैबिनेट से इस्तीफा देने पर भी विचार कर सकते हैं। सूत्रों के हवाले से जो खबर मिली है उसके अनुसार पारस एनडीए से अलग होकर महागठबंधन से हाथ मिलाने पर भी अहम निर्णय ले सकते हैं।

लोकसभा चुनाव 2024 के लिए NDA ने बिहार में सीट शेरिंग का जो फॉर्मूला तैयार किया है उसके अनुसार JDU को 16, जीतन राम मांझी की पार्टी HAM को एक चिराग पासवान की पार्टी को 5 सीट देने का निर्णय लिया गया है, लेकिन पशुपति पारस की राष्ट्रीय लोजपा को एक भी सीट नहीं मिली है। 

राम विलास पासवान की 2020 में मृत्यु के बाद एलजेपी के दो गुटों के दावों और प्रतिदावों व भाजपा की मेल-मिलाप की असफल कोशिश के बीच चिराग से मतभेद के बीच रामविलास के छोटे भाई पारस पार्टी के चार अन्य सांसदों के साथ अलग हो गए थे। चिराग अपने गुट में एकमात्र सांसद रह गए।

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Published By : Ritesh Kumar

पब्लिश्ड 14 March 2024 at 11:00 IST