अपडेटेड 6 May 2024 at 10:57 IST

नड्डा साहब ने मुझमें कुछ तो देखा...बीजेपी में शामिल हुई मनोज तिवारी की बेटी रीति, जानिए और क्या कहा!

बीजेपी कुनबे में एक और नया चेहरा शामिल हो गया है। 22 साल की रीति कुमार। 5 मई को भाजपा में विधिवत तरीके से दाखिल हुईं तो ईश्वर का शुक्रिया अदा किया।

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पिता मनोज तिवारी संग चुनावी रैली में रीति तिवारी | Image: x/@ManojTiwariMP

Manoj Tiwari Daughter Rhiti Tiwari:  बीजेपी के उत्तर पूर्वी दिल्ली से कैंडिडेट मनोज तिवारी की बेटी रीति तिवारी बीजेपी में शामिल हो गई हैं। उन्होंने बीजेपी में शामिल होने पर खुशी जाहिर करते हुए कहा कि वह हैरान हैं।

4 मई को पहली बार रीति अपने पिता की चुनावी रैली में दिखीं। इंस्टाग्राम पोस्ट साझा कर चुनावी प्रचार का अपडेट दिया।

अध्यक्ष साहब ने मुझमें कुछ देखा...

बीजेपी में शामिल होने के बाद पत्रकारों से बात करते हुए कहा, “मैं हैरान हूं…भगवान की योजना के बारे में कोई नहीं जानता। मुझे नहीं लगता था कि यह आज या फिर इतनी जल्दी होगा। मुझे लगा था कि यह 10-15 साल बाद होगा, लेकिन अध्यक्ष साहब (बीजेपी अध्यक्ष जेपी नड्डा) ने मुझमें कुछ देखा…और मैं अब कोशिश करुंगी कि मैं किसी को निराश न करूं।”

मनोज तिवारी की बेटी रीति के बारे में

रीति ने खुद बताया- मैं 22 साल की हूं  एक सॉन्ग राइटर व सिंगर भी हूं... एक एनजीओ के लिए काम करती हूं और समाजसेवक बनना चाहती हैं। बता दें, रीति सांसद मनोज तिवारी और उनकी पहली पत्नी रानी तिवारी की बेटी हैं। वे दोनों 2011 में अलग हो गए थे। इसके बाद मनोज तिवारी ने सुरभि तिवारी से 2020 में शादी की थी। दूसरी पत्नी से उनके 2 बेटियां हैं।

पिता संग दिखीं रीति

रीति तिवारी अपने पिता की प्रचार रैली में शामिल हुई थीं। रीति ने इसका वीडियो अपने इंस्टाग्राम अकाउंट पर भी पोस्ट किया। जिसमें वो पिता की बगल में मंच पर खड़ी दिख रही हैं। खुद लोगों का हुजूम रिकॉर्ड कर अपलोड किया है। इसमें रीति पिता के साथ वाहन पर देखी जा सकती हैं। पोस्ट में लिखा है- पिता के निर्वाचन क्षेत्र में पहली बार प्रचार में शामिल हुई।

रीति तिवारी ने इंस्टास्टोरी में साझा की पूरी कहानी

उन्होंने अपने इंस्टास्टोरी में भी इसे पोस्ट किया है। लिखा है - lets go dadda.

2009 से राजनीति में सक्रिय हैं पिता

मनोज तिवारी 2009 से ही राजनीति में सक्रिय हैं। पहली बार समाजवादी पार्टी की ओर से चुनाव लड़े थे। तब योगी आदित्यनाथ के हाथों हार झेलनी पड़ी थी। अगले लोकसभा चुनाव में वो बीजेपी में आ गए और उत्तर पूर्वी दिल्ली से चुनाव लड़ा। बंपर जीत हासिल की। इसी सीट से उन्होंने एक बार दिल्ली की पूर्व मुख्यमंत्री शीला दीक्षित को भी हरा दिया था। 2024 में इंडी अलायंस के तहत ये सीट कांग्रेस के ही खाते में गई और पार्टी ने कन्हैया कुमार को उतारा है। दिल्ली में 25 मई को लोकसभा चुनाव के लिए वोटिंग है। 

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Published By : Kiran Rai

पब्लिश्ड 6 May 2024 at 10:44 IST