अपडेटेड 5 June 2024 at 16:56 IST
Lok Sabha Election: असम में भाजपा और कांग्रेस का मत प्रतिशत बढ़ा
असम में लोकसभा चुनाव में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) और कांग्रेस दोनों के मत प्रतिशत में एक प्रतिशत से अधिक की वृद्धि हुई है।
Lok Sabha Election: असम में लोकसभा चुनाव में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) और कांग्रेस दोनों के मत प्रतिशत में एक प्रतिशत से अधिक की वृद्धि हुई है। चुनाव आयोग के आंकड़ों से यह जानकारी प्राप्त हुई है।
राज्य की 14 लोकसभा सीट में से नौ पर जीत हासिल करने वाली भाजपा का मत प्रतिशत 2019 में 36.41 प्रतिशत से 1.02 प्रतिशत बढ़कर 2024 में 37.43 प्रतिशत हो गया है। वहीं तीन निर्वाचन क्षेत्रों पर जीत हासिल करने वाली कांग्रेस का मत प्रतिशत पिछले चुनावों के 35.79 प्रतिशत से 1.69 प्रतिशत बढ़कर इस बार 37.48 प्रतिशत हो गया।
असम में एनडीए के वोट में 0.45 प्रतिशत की गिरावट
हालांकि, असम में 11 सीट जीतने वाले राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंध (राजग) के कुल मत प्रतिशत में 0.45 प्रतिशत की मामूली गिरावट दर्ज की गई। राजग की सहयोगी असम गण परिषद (एजीपी) 10 साल बाद लोकसभा सीट जीतने में कामयाब रही है लेकिन इसका मत प्रतिशत 2019 में 8.31 प्रतिशत से घटकर 2024 में 6.46 प्रतिशत रह गया है।
असम में एनडीए के अन्य घटक यूनाइटेड पीपुल्स पार्टी लिबरल (यूपीपीएल) ने कोकराझार सीट जीतकर लोकसभा में अपना खाता खोला। पार्टी का मत प्रतिशत 2.43 रहा।
बदरुद्दीन अजमल को हुआ भारी नुकसान
ऑल इंडिया यूनाइटेड डेमोक्रेटिक फ्रंट (एआईयूडीएफ) के अध्यक्ष बदरुद्दीन अजमल धुबरी को भारी नुकसान उठाना पड़ा। इस सीट से लगातार तीन बार चुने गए अजमल 10 लाख से अधिक मतों के बड़े अंतर से हार गए। उनकी पार्टी का मत प्रतिशत 7.87 से घटकर 3.13 प्रतिशत हो गया।
एआईयूडीएफ ने धुबरी, नगांव और करीमगंज की तीन सीट पर चुनाव लड़ा था, जिसमें से एक पर वह दूसरे स्थान पर और शेष दो पर तीसरे स्थान पर रही।
आम आदमी पार्टी को मिले 0.85 प्रतिशत वोट
आम आदमी पार्टी (आप) ने डिब्रूगढ़ और सोनितपुर निर्वाचन क्षेत्रों से चुनाव लड़ा और दोनों पर तीसरे स्थान पर रही और 0.85 प्रतिशत मत हासिल किया।
तृणमूल कांग्रेस ने तीन सीटों पर चुनाव लड़ा और उसे 0.37 प्रतिशत वोट मिले, जबकि वामपंथी दलों, भाकपा और माकपा ने एक-एक सीट पर चुनाव लड़ा और उन्हें संयुक्त रूप से 0.58 प्रतिशत मत मिले।
निर्दलीय उम्मीदवारों का मत प्रतिशत 6.22 रहा, जबकि 1.19 प्रतिशत लोगों ने नोटा का इस्तेमाल किया। राज्य की कुल 14 संसदीय सीट के लिए चुनाव तीन चरणों में 19 अप्रैल, 26 अप्रैल और 7 मई को हुआ था। कुल 2.45 करोड़ मतदाताओं में से 81.56 प्रतिशत ने अपने मताधिकार का प्रयोग किया।
Published By : Deepak Gupta
पब्लिश्ड 5 June 2024 at 16:56 IST