अपडेटेड 30 April 2024 at 18:47 IST
2 करोड़ की गाड़ी से रोड शो... पवन सिंह की एंट्री से काराकाट सीट बनी हॉट, दिग्गजों की बढ़ा दी टेंशन!
काराकाट सीट से भोजपुरी अभिनेता पवन सिंह के निर्दलीय मैदान में उतरने के बाद से ही ये सीट देश भर में चर्चा का विषय बनी हुई है।
Lok Sabha Election: बिहार में यूं तो 40 लोकसभा की सीटें हैं, लेकिन सबसे ज्यादा चर्चा जिस सीट पर की वो काराकाट सीट। काराकाट सीट से भोजपुरी अभिनेता पवन सिंह के निर्दलीय मैदान में उतरने के बाद से ही ये सीट देश भर में चर्चा का विषय बनी हुई है। पवन सिंह जब से काराकाट से चुनाव मैदान में उतरे हैं वहां उन्होंने दिग्गजों की टेंशन बढ़ा दी है। पवन सिंह के रोड शो में उमड़ रही भीड़ को देखकर कहा जा सकता है कि इस बार एनडीए और इंडी गठबंधन के उम्मीदवार के लिए राह आसान नहीं होगी।
पवन सिंह काराकाट लोकसभा क्षेत्र में चुनाव प्रचार में जुटे हुए हैं। उन्हें लोगों का जन समर्थन भी मिल रहा है। भोजपुरी अभिनेता गांव-गांव जाकर लोगों से समर्थन की अपील कर रहे हैं।
2 करोड़ की लैंड रोवर से दिखाया था पावर गेम
पवन सिंह ने रोड शो के जरिए शक्ति प्रदर्शन किया तो चर्चा शुरू हो गई कि BJP उन्हें मनाने की कोशिश कर रही है। सांसद मनोज तिवारी ने बयान देकर इस अटकल को और हवा दे दी। उन्होंने कहा था कि छोटा भाई है, नाराज है मना लेंगे। मगर एक्टर का कॉन्फिडेंस भी सातवें आसमान पर हैं और उन्होंने सारी अटकलों का खारिज कर करते हुए साफ कर दिया कि अब वो अपने कदम पीछे नहीं खीचेंगे। काराकाट से वो निर्दलीय ही चुनाव लड़गे क्योंकि उन्होंने अपनी मां ये वादा किया है।
काराकाट सीट पर क्या है समीकरण?
अब काराकाट सीट पर क्या समीकरण बन रहा है इसकी चर्चा करते हैं। रोहतास के जिस काराकाट सीट से पवन सिंह निर्दलीय चुनाव लड़ने का ऐलान किया है, वहां, उनके सामने NDA और महागठबंधन दोनों के उम्मीदवार मैदान में हैं। NDA ने यहां से उपेन्द्र कुशवाहा को मैदान में उतारा है तो महागठबंधनकी तरफ CPI(ML) से राजाराम सिंह मैदान में हैं। दोनों ही एक ही जाति से संबंध रखते हैं। एक अनुमान के मुताबिक इस सीट पर 3 लाख सर्वण और करीब ढाई लाख कुशवाहा -कुर्मी वोट पड़ते हैं। सवर्णों में भी राजपूतों की संख्या ज्यादा है इस जाति के ही पवन सिंह हैं।
उपेन्द्र कुशवाहा और राजा राम सिंह के लिए बढ़ी मुश्किलें!
बता दें कि इस सीट पर महागठबंधन अब तक कोई कमाल नहीं दिखा पाई है। इंडी गठबंधन ने इसबार काराकाट सीट से राजा राम सिंह को उम्मीदवार बनाया है। परिसीमन के बाद 2008 में काराकाट लोकसभा सीट अस्तित्व में आई। इसके बाद से तीनों बार एनडीए ने जीत दर्ज की है अब तक महागठबंधन एक बार भी खुद को साबित नहीं कर पाया। इस सीट पर NDA का दबदबा रहा है। यहां कुशवाहा-कुर्मी का दबदबा रहा है ऐसे में उपेन्द्र कुशवाहा के लिए इस बार मुश्किल बड़ी नहीं थी। मगर पवन सिंह के यहां से निर्दलीय मैदान में आने के बाद यहां मुकाबला दिलचस्प हो गया है।
जिस तरह से भोजपुरी स्टार को समर्थन मिल रहा है उससे यह साफ की अब बांकी के दोनों उम्मीदवारों के लिए खेल इतना आसान नहीं है। पवन सिंह के मैदान में उतरने से बोट बंटने की आशंका जताई जा रही है। लोकसभा की इस सीट पर आखिरी चरण मतदान होना है। काराकाट लोकसभा का गठन रोहतास के तीन विधानसभा क्षेत्र डेहरी, नोखा और काराकाट समेत औरंगाबाद जिले के तीन विधानसभा सीटों को मिलाकर हुआ।
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Published By : Deepak Gupta
पब्लिश्ड 30 April 2024 at 18:47 IST