अपडेटेड 31 January 2024 at 16:16 IST
East Champaran Lok Sabha Seat: लगातार तीन बार जीती BJP, जानें पूर्वी चंपारण का चुनावी समीकरण?
Purvi Champaran Lok Sabha Election 2024: पूर्वी चंपारण की लोकसभा सीट पर लगातार तीन बार भारतीय जनता पार्टी जीत दर्ज करती आ रही है।
East Champaran Lok Sabha Election 2024: लोकसभा चुनाव 2024 को लेकर चुनावी विगुल फूंका जा चुका है। सभी लोकसभा सीटों पर आगामी चुनाव की तैयारी शुरू हो गई है। बिहार के 40 लोकसभा सीटों में से आज हम बात करेंगे पूर्वी चंपारण लोकसभा सीट की। पूर्वी चंपारण और पश्चिमी चंपारण एक ही क्षेत्र के दो हिस्से हैं। दिलचस्प बात ये है कि दोनों ही लोकसभा सीटों पर भारतीय जनता पार्टी (BJP) का कब्जा है।
चंपारण में दोनों सीटों का गठन 2009 में हुआ था। यहां पर 2009, 2014 और फिर 2019 में लोकसभा चुनाव हुए हैं। तीनों ही बार यहां पर भाजपा ने जीत का झंडा लहराया है। राधा मोहन सिंह ने तीन बार चुनाव में यहां से जीत हासिल की और लोकसभा में पहुंचे हैं। 1952 से लेकर 1972 तक इस सीट पर कांग्रेस का दबदबा रहा है। 1977 में पहली बार यहां से भाजपा ने जीत हासिल की थी।
2019 में भाजपा ने भारी मतों से जीता चुनाव
11 अप्रैल 2019 को पूर्वी चंपारण में लोकसभा चुनाव आयोजित किया गया, और 23 मई को परिणाम घोषित किया गया। इसमें भाजपा के पक्ष में 57.8 फीसदी वोट गए थे। भाजपा उम्मीदवार राधा मोहन सिंह को 5 लाख 77 हजार 787 वोट मिले थे। इसके साथ ही उन्होंने इस सीट पर जीत दर्ज की। वहीं राष्ट्रीय लोक समता पार्टी को 28.4 फीसदी मतों के साथ भाजपा से शिकस्त का सामना करना पड़ा। RLSP के उम्मीदवार आकाश कुमार सिंह को 2 लाख 84 हजार 139 वोट मिले।
क्या रहा 2014 का परिणाम?
12 मई 2014 को पूर्वी चंपारण में लोकसभा चुनाव आयोजित किया गया, और 16 मई को परिणाम घोषित किया गया। इसमें भाजपा के पक्ष में 49.5 फीसदी वोट गए थे। वहीं राजद को 25.7 फीसदी और जदयू को 15.9 फीसदी वोट मिले। भाजपा उम्मीदवार राधा मोहन सिंह को 4 लाख 452 वोट मिले थे। इसके साथ ही उन्होंने इस सीट पर जीत दर्ज की। वहीं राष्ट्रीय जनता दल को 48.7 फीसदी मतों के साथ भाजपा से शिकस्त का सामना करना पड़ा। RJD के उम्मीदवार विनोद कुमार श्रीवास्तव को 2 लाख 8 हजार 289 यादि 25.3 फीसदी वोट मिले।
पूर्वी चंपारण लोकसभा सीट पर 16 लाख से ज्यादा वोटर है। इनमें 8.5 लाख के करीब पुरुष और 7.5 लाख के करीब महिला मतदाताएं हैं। इस सीट पर महिला वोटरों का दबदबा माना जाता है।
पूर्वी चंपारण में है 6 विधानसभा सीटें
पूर्वी चंपारण लोकसभा सीट पर 6 विधानसभा की सीटें आती है। हरसिद्धि, गोविंदगंज, केसरिया, कल्याणपुर, पिपरा, मोतिहारी विधानसभा सीट शामिल है। इसे पहले मोतिहारी सीट भी कहा जाता था। ऐतिहासिक दृष्टिकोण से चंपारण बेहद खास माना जा रहा है। ऐसा इसलिए क्योंकि राष्ट्रपिता कहे जाने वाले मोहनदास करम चंद्र गांधी ने यहां खास आंदोलन में हिस्सा लिया था। दरअसल, भारतीय किसानों ने अंग्रेजों के खिलाफ नील की खेती के विरोध में यहां आंदोलन किया था। राधा मोहन सिंह यहां से 2009 से लगातार 3 बार सांसद रहे हैं। और 2009 से पहले भी 3 बार इस सीट से सांसद रह चुके थे।
Published By : Sujeet Kumar
पब्लिश्ड 31 January 2024 at 16:16 IST