अपडेटेड 2 April 2024 at 11:13 IST
छत्तीसगढ़ में कांग्रेस को जोर का झटका, एक हजार समर्थकों संग BJP में शामिल हुए विजय साहू
दुर्ग के दिग्गज कांग्रेसी नेताओं में से एक हैं विजय साहू, अब इनका नाम भी उन लोगों में शुमार हो गया है जो भाजपा के हो गए एक दो नहीं बल्कि पूरे हजार समर्थकों के स
Chhattisgarh Congress: देश में 19 अप्रैल से लोकसभा चुनाव का आगाज हो जाएगा। आचार संहिता लागू है इस बीच कांग्रेस से भाजपा में जाने वालों की तादाद में लगातार इजाफा हो रहा है। पूरे देश में कांग्रेसी अपनी पार्टी का हाथ छोड़ भाजपा में शामिल हो रहे हैं। भगदड़ मची हुई है। 1 अप्रैल को ही 1 हजार समर्थकों ने कांग्रेस छोड़ भाजपा का दामन थाम लिया। दुर्ग के बड़े नेता माने जाने वाले विजय साहू की अगुवाई में बीजेपी का गमछा पहन विधिवत एंट्री मारी।
इससे पहले भी छत्तीसगढ़ कांग्रेस को लोग झटका देते रहे हैं। विधानसभा चुनाव के बाद ही लोग पार्टी से किनारा करने लगे थे जो ऐन लोकसभा चुनाव से पहले चरम पर है। यहां तीन चरणों में 11 सीटों के लिए वोटिंग होनी है।
कांग्रेस को झटका
1 अप्रैल को कांग्रेस नेता और क्रेडा के पूर्व सदस्य विजय साहू ने एक हजार से अधिक समर्थकों संग भाजपा में शामिल हो गए। दुर्ग सांसद विजय बघेल और भिलाई जिलाध्यक्ष महेश वर्मा ने उन्हें सदस्यता दिलाई। इस तरह अकेले दुर्ग जिले में ही पिछले एक महीने में 25-30 हजार कांग्रेस कार्यकर्ता और पदाधिकारी भाजपा में एंटर कर चुके हैं। भाजपा में प्रवेश का कार्यक्रम कैलाश नगर के एक बड़े मैरिज गार्डन में आयोजित किया गया।
बीजेपी का थामा दामन
कार्यक्रम में सांसद विजय बघेल ने पार्टी का गमछा पहनाकर सभी को भाजपा में शामिल कराकर उनका भव्य स्वागत किया। इस मौके पर सांसद विजय बघेल ने कहा- लगातार भारतीय जनता पार्टी मजबूत होती जा रही है। लोगों के मन में केवल एक ही भाव है कि देश के विकास के लिए काम करना है, इसलिए लोगों ने मोदी के नेतृत्व वाली सरकार पर भरोसा जताया है। इसके बाद साहू ने कहा कि उन्हें जय श्री राम का उद्घोष कर आनंद की अनुभूति हो रही है। अब तक ऐसा लग रहा था कि मानों किसी ने हमें बांध रखा है। उन्होंने कहा कि विजय बघेल और महेश वर्मा के साथ जुड़कर मोदी सरकार को दोबारा केंद्र की सत्ता में लाने के लिए मजबूती से काम करेंगे।
विजय साहू ने चिट्ठी लिख उठाए थे आलाकमान पर सवाल
विजय साहू ने हाल ही में कांग्रेस से इस्तीफा दिया था। उन्होंने पूर्व सीएम भूपेश बघेल को चिट्ठी लिख आलाकमान के खिलाफ बगावत का बिगुल फूंका था। उन्होंने ईवीएम को लेकर दिए पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के बयान को भी चिंताजनक बताया था। उन्होंने भूपेश बघेल को पत्र लिखकर उनसे जवाब मांगा था कि जब छत्तीसगढ़, हिमाचल और तेलंगाना में कांग्रेस की सरकार बनी, तो उन्होंने ईवीएम की विश्वसनीयता पर सवाल क्यों नहीं उठाया था ?
इस खत में एक नेक सलाह भी दी थी। लिखा था- यदि कांग्रेस को बचाना है, तो केंद्रीय नेतृत्व से सोनिया गांधी, राहुल और प्रियंका गांधी को बाहर का रास्ता दिखाना चाहिए। उनकी वजह से केंद्रीय नेतृत्व दिशाहीन हो गया है। पूरे देश में कांग्रेस कार्यकर्ता भी हताश हो चुके हैं।
हाल ही में छत्तीसगढ़ में शामिल हुए ये!
हाल ही में कांग्रेस के पूर्व विधायक चुन्नीलाल साहू और वरिष्ठ नेता डॉ. चोलेश्वर चंद्राकर ने पार्टी से इस्तीफा देकर बीजेपी का दामन थामा था। इन नेताओं के साथ भी हजारों कार्यकर्ता भाजपा में शामिल हो गए थे। चुन्नीलाल साहू अकलतरा से पूर्व कांग्रेस विधायक थे जिन्होंने भाजपा में शामिल होने का फैसला लिया। इनके पहले अंतागढ़ के पूर्व कांग्रेस विधायक मंतूराम राम पवार भी शामिल हुए।
Published By : Kiran Rai
पब्लिश्ड 2 April 2024 at 10:49 IST