अपडेटेड 22 April 2024 at 22:33 IST
बागी के.एस ईश्वरप्पा पर BJP ने की कार्रवाई, 6 साल के लिए पार्टी से निकाला
KS Eshwarappa: बीजेपी ने पूर्व सीएम केएस ईश्वरप्पा को 6 साल के लिए निष्कासित कर दिया है। इसके पीछे पार्टी विरोधी गतिविधियों का हवाला दिया है।
BJP Expels KS Eshwarappa : कर्नाटक में बागी तेवर दिखाने वाले पूर्व मुख्यमंत्री के.एस. ईश्वरप्पा पर बीजेपी ने बड़ा एक्शन लिया है। बीजेपी ने पार्टी अनुशासन का उल्लंघन करने और निर्दलीय उम्मीदवार के रूप में लोकसभा चुनाव लड़ने के कारण सोमवार को के. एस. ईश्वरप्पा को छह साल के लिए पार्टी से निष्कासित कर दिया है।
चुनाव मैदान में उतरे पूर्व उपमुख्यमंत्री और पार्टी की प्रदेश इकाई के अध्यक्ष रह चुके ईश्वरप्पा ने अपने बेटे केई कांतेश को हावेरी से टिकट नहीं मिलने के लिए प्रदेश बीजेपी अध्यक्ष बी वाई विजयेंद्र और उनके पिता दिग्गज नेता बीएस येदियुरप्पा को दोषी ठहराया था। पूर्व मुख्यमंत्री बसवराज बोम्मई को हावेरी से बीजेपी का टिकट मिला है, जबकि विजयेंद्र के भाई और सांसद बी.वाई राघवेंद्र शिमोगा से बीजेपी के उम्मीदवार हैं।
'पार्टी को उठानी पड़ रही शर्मिंदगी'
प्रदेश अनुशासन समिति के अध्यक्ष लिंगराज पाटिल ने निष्कासन आदेश में कहा, 'पार्टी के निर्देशों की अनदेखी करते हुए आप शिमोगा लोकसभा क्षेत्र से एक बागी उम्मीदवार के रूप में चुनाव लड़ रहे हैं, जिससे पार्टी को शर्मिंदगी उठानी पड़ रही है। यह पार्टी अनुशासन का उल्लंघन है। इसलिए, आपको सभी जिम्मेदारियों से मुक्त किया जाता है और तत्काल प्रभाव से 6 साल के लिए पार्टी से निष्कासित किया जाता है।'
विधान परिषद में विपक्ष के पूर्व नेता को निष्कासित करने का पार्टी का फैसला लोकसभा चुनाव के तीसरे चरण के तहत सात मई को कर्नाटक में होने वाले मतदान के लिए उम्मीदवारी वापस लेने के आखिरी दिन आया। येदियुरप्पा और दिवंगत एचएन अनंत कुमार के साथ ईश्वरप्पा को कर्नाटक में जमीनी स्तर पर बीजेपी को खड़ा करने का श्रेय दिया जाता है।
राजनीति से लेना चाहते थे संन्यास
पिछले साल विधानसभा चुनाव से पहले 75 वर्षीय ईश्वरप्पा ने पार्टी के केंद्रीय नेतृत्व से कहा था कि वह चुनावी राजनीति से संन्यास लेना चाहते हैं और उन्हें किसी भी निर्वाचन क्षेत्र से मैदान में उतारने पर विचार न किया जाए। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने तब ईश्वरप्पा को फोन किया था और उनसे वीडियो कॉल पर बात की थी तथा पार्टी के निर्देशों के अनुसार, चुनावी राजनीति से संन्यास लेने के उनके कदम की सराहना की थी।
Published By : Sagar Singh
पब्लिश्ड 22 April 2024 at 22:15 IST