अपडेटेड 29 January 2024 at 16:49 IST
लोकसभा चुनाव से ऐन पहले ममता फिर नीतीश और अब केजरीवाल ने दिया INDI को झटका, गठबंधन में मची खलबली
आम आदमी पार्टी के राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल ने जो नया ऐलान हरियाणा से किया है, वो कांग्रेस समेत विपक्ष के बाकी दलों के लिए एक बड़ा झटका है।
जब लोकसभा के चुनाव (Lok Sabha Election) एकदम सिर पर हैं, उसके ठीक पहले विपक्ष का इंडियन नेशनल डेवलपमेंटल इंक्लूसिव अलायंस ( INDI Alliance) में स्थिति सिर फुटव्वल जैसी है। पहले पश्चिम बंगाल से मुख्यमंत्री ममता बनर्जी (Mamata Banerjee) ने घोषणा की, बीच में नीतीश कुमार (Nitish Kumar) गठबंधन ही छोड़कर चले गए। अभी दिल्ली के मुख्यमंत्री और आम आदमी पार्टी के राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल (Arvind Kejriwal) ने जो नया ऐलान हरियाणा से किया है, वो कांग्रेस (Congress) समेत विपक्ष के बाकी दलों के लिए एक बड़ा झटका है।
अरविंद केजरीवाल ने ऐलान किया है कि आम आदमी पार्टी इसी साल अक्टूबर के आसपास होने वाले विधानसभा चुनावों में हरियाणा में अकेले उतरेगी। मतलब साफ है कि बीजेपी के साथ साथ कांग्रेस पार्टी को भी आम आदमी पार्टी से मुकाबला करना होगा।
जींद रैली से केजरीवाल का बड़ा ऐलान
हरियाणा के जींद में आम आदमी पार्टी की तरफ से रविवार को बड़ी रैली की गई। इसमें पंजाब के सीएम भगवंत मान भी अरविंद केजरीवाल के साथ पहुंचे हुए थे। मंच से ऐलान करते हुए केजरीवाल ने कहा कि जल्द लोकसभा के चुनाव आ रहे हैं। हमारा गठबंधन बना है। हम सहमति बनने पर लोकसभा चुनाव लड़ेंगे, लेकिन आम आदमी पार्टी विधानसभा की 90 सीटों पर अकेले चुनाव लड़ेगी।
INDI गठबंधन में AAP के तेवर पहले से जुदा
INDI गठबंधन को लेकर आम आदमी पार्टी के तेवर पहले से ही जुदा जैसे रहे हैं। 23 जून को जब पटना में पहली बैठक हुई, केजरीवाल प्रेस कॉन्फ्रेंस से ही गायब दिखे थे। फिर मुंबई की बैठक से पहले जो पोस्टर सामने आया, उसमें केजरीवाल ही नहीं थे। ये बात अलग है कि बाद में उस पोस्टर में केजरीवाल की तस्वीर जोड़ी गई। रूठने-मनाने की यही सिलसिला अभी तक जारी रहा है।
अभी कांग्रेस और आम आदमी पार्टी के बीच सीट शेयरिंग पर भी सहमति नहीं बन सकी है। दिल्ली में तो बैठकों के जरिए हल निकालने की कोशिशें की जा चुकी हैं, लेकिन पंजाब में तस्वीर ठीक इसके उलट विरोधाभास वाली रही है। अभी केजरीवाल ने ऐलान हरियाणा से भी कर दिया है, जो खासकर कांग्रेस पार्टी के लिए बड़ी चुनौती बन सकता है।
ममता बंगाल में अकेले चुनाव लड़ेंगी
हालांकि कुछ ऐसा ही झटका कुछ दिनों पहले ममता बनर्जी पश्चिम बंगाल में कांग्रेस और वामपंथी दलों को दे चुकी है। ममता ने 24 जनवरी 2024 को घोषणा की कि उनकी पार्टी ने आगामी लोकसभा चुनाव राज्य में अकेले लड़ने का फैसला किया है।
बंगाल में पहले से ही कांग्रेस और टीएमसी के बीच सीटों के बंटवारे पर टकराव चल रहा था। इसी बीच ममता बनर्जी ने कह दिया, 'मैंने उन्हें (कांग्रेस को) सीटों के बंटवारे पर एक प्रस्ताव दिया था, लेकिन उन्होंने शुरू में ही इसे नकार दिया। हमारी पार्टी ने अब बंगाल में अकेले चुनाव लड़ने का फैसला किया है।'
ऐसे में ममता बनर्जी का INDI गठबंधन से लगभग बाहर होना तय माना जा रहा है।
नीतीश ने छोड़ा INDI गठबंधन
इन हालातों के बीच नीतीश कुमार INDI गठबंधन को गुड बाय कर गए हैं। नीतीश कुमार जो गठबंधन के सूत्रधार थे, वही गठबंधन को छोड़कर जा चुके हैं।
वैसे विपक्षी गठबंधन की जन्मभूमि पटना ही इसके टूटने की जगह बनी है। 28 जनवरी 2024 को नीतीश कुमार ने विपक्षी गठबंधन के साथ साथ बिहार में महागठबंधन से भी खुद को अलग कर दिया। बाद में नीतीश बीजेपी के नेतृत्व वाले गठबंधन एनडीए में शामिल हो गए।
केंद्र में साथ, राज्यों में दूरी' वाली स्थिति में गठबंधन
23 जून 2023 को पटना से INDI गठबंधन की नींव रखी गई थी और विपक्षी दलों ने आगामी लोकसभा चुनावों में बीजेपी को हराने की शपथ ली थी। बहरहाल, INDI अलायंस की पार्टियां खुद "केंद्र में साथ, राज्यों में दो-दो हाथ' वाली स्थिति में आ खड़ी हुई है।
Published By : Amit Bajpayee
पब्लिश्ड 29 January 2024 at 16:28 IST