अपडेटेड 6 May 2024 at 22:13 IST

ED को छापे में मिला नोटों का अंबार... मंत्री आलमगीर आलम, PS संजीव या नौकर, किसका है 25 करोड़ रुपया?

झारखंड में मंत्री आलमगीर आलम के पीएस संजीव लाल के नौकर से मिला 25 करोड़ रुपया किसका है, इसको लेकर बड़ा खुलासा हुआ है। नौकर ने ED पूछताछ में खुलासा किया है।

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ईडी ने झारखंड में कई करोड़ रुपये बरामद किए हैं। | Image: ANI

Jharkhand ED Raid: केंद्रीय एजेंसी ED के छापे में मिले एक और 'कैशलोक' ने झारखंड के सुर्खियों में ला दिया है। पिछली बार कांग्रेस के राज्यसभा सांसद धीरज साहू के ठिकानों से 350 करोड़ रुपये से ज्यादा की बरामदगी हुई थी। इस बार झारखंड सरकार में मंत्री और कांग्रेस नेता आलमगीर आलम के करीबी के यहां करोड़ों रुपये की नगदी पकड़ी गई है। ED की कार्रवाई में अब तक 25 करोड़ से ज्यादा कैश मिल चुका है, ये आंकड़ा कहां जाकर रुकेगा बताना मुश्किल है। वो इसलिए कि बरामद की गई नगदी की गिनती जारी है और उसके अलावा ईडी के छापे भी लगातार चल रहे हैं।

प्रवर्तन निदेशालय की टीम ने सोमवार की सुबह अपना एक्शन शुरू किया। रांची में ग्रामीण विकास मंत्री आलमगीर आलम के निजी सचिव संजीव लाल के घर काम करने वाले नौकर के यहां ईडी ने छापा मारा। काफी समय तक ईडी के अधिकारियों ने घर में छानबीन की। इस दौरान नौकर के घर से जो कैश बरामद हुआ, उससे अधिकारियों के भी होश उड़ गए। तस्वीरों में कमरे के अंदर नोटों का ढेर देखा गया है। 500-500 रुपये के नोटों की गड्डियों का अंबार लगा था। अभी तक 25 करोड़ रुपये की गिनती हो चुकी है। नकदी गिनने के लिए कई मशीनें लगाई गई हैं, ताकि बरामद रकम कितनी है, इसका पता लगाया जा सके। एक अनुमान बताया जा रहा है कि बरामद कैश 30 करोड़ रुपये से भी ज्यादा हो सकता है। ईडी ने छापेमारी के दौरान सोने और चांदी के आभूषण भी बरामद किए हैं।

नौकर ने खोला राज- किसका है 25 करोड़ रुपया

रांची में मंत्री आलमगीर आलम के पीएस के नौकर के घर में मिले करोड़ों रुपये किसके हैं, इसको लेकर भी बड़ा खुलासा हुआ है। सूत्रों के मुताबिक, ईडी ने इस बरामदगी के साथ नौकर से सख्ती के साथ पूछताछ भी की है। नौकर ने ईडी के पूछताछ में खुलासा है कि ये पैसे कथित रूप से मंत्री के पीए संजीव लाल के हैं। हालांकि ईडी के अधिकारी और भी पुख्ता सबूत तलाश रहे हैं, ताकि सिद्ध किया जा सके कि ये पैसा किसका है और कहां से आया?

नौकर के अलावा ईडी के अधिकारियों ने झारखंड में कुछ और ठिकानों पर छापे मारे हैं। ED के अधिकारियों को मुन्ना सिंह के ठिकानों से 3 करोड़ रुपये मिल चुके हैं। मुन्ना सिंह रांची के पीपी कंपाउंड में रहते हैं, जो एक बिल्डर हैं। मुन्ना सिंह को संजीव लाल का करीबी बताया जा रहा है। ईडी की कार्रवाई अभी खत्म नहीं हुई है। अलग-अलग ठिकानों पर रेड जारी है।

किस मामले में ED ने झारखंड में कार्रवाई की?

झारखंड में ग्रामीण विकास विभाग से जुड़ी कुछ योजनाओं के इंप्लीमेंटेशन में कथित तौर पर अनियमितताओं की शिकायत हुई। 2019 में झारखंड ग्रामीण विकास विभाग के मुख्य अभियंता वीरेंद्र राम के एक मातहत के पास से भारी मात्रा में नकदी बरामद हुई थी। बाद में ईडी ने मनी लॉन्ड्रिंग के तहत मामले को अपने हाथ में ले लिया। ईडी ने फरवरी 2023 में वीरेंद्र के राम को गिरफ्तार कर लिया था। 21 फरवरी, 2023 को रांची, जमशेदपुर और झारखंड, बिहार और दिल्ली में छापेमारी के बाद ईडी ने उन्हें पकड़ा था। इसी मामले में जांच को आगे बढ़ाते हुए ईडी ने अब बड़ी कार्रवाई की है।

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Published By : Amit Bajpayee

पब्लिश्ड 6 May 2024 at 15:21 IST