अपडेटेड 8 September 2024 at 10:47 IST
विनेश फोगाट का फिर टूटेगा दिल! जिस जुलाना सीट से लड़ रहीं चुनाव वहां कैसा है कांग्रेस का रिकॉर्ड?
Vinesh Phogat Haryana Election: चुनाव से पहले विनेश फोगाट हुंकार भर रही हैं, लेकिन सच्चाई ये है कि जुलाना सीट से कांग्रेस का हालिया रिकॉर्ड बेहद खराब रहा है।
Haryana Assembly Election Vinesh Phogat : पेरिस ओलंपिक 2024 में दिल टूटने के बाद अब भारतीय महिला पहलवान विनेश फोगाट ने सियासी अखाड़े में कुश्ती लड़ने का फैसला किया है। हरियाणा विधानसभा चुनाव 2024 से पहले वो शुक्रवार, 6 सितंबर को कांग्रेस पार्टी में शामिल हुईं। विनेश फोगाट को जुलाना सीट से उम्मीदवार बनाया गया है। उन्होंने राजनीति में कदम तो रख दिया है लेकिन उनके लिए ये सफर आसान नहीं होने वाला है।
विनेश फोगाट ने कांग्रेस का दामन थामते ही बीजेपी पर जोरदार हमला बोला। उन्होंने कहा कि बुरे टाइम पर पता लगता है कि साथ में कौन खड़ा है। जब आंदोलन के समय हमें सड़क पर घसीटा जा रहा था तब बीजेपी को छोड़कर देश की हर पार्टी हमारे साथ थी। हरियाणा विधानसभा चुनाव से पहले भले ही विनेश फोगाट हुंकार भर रही हैं, लेकिन सच्चाई ये है कि जिस जुलाना सीट से उन्हें उम्मीदवार बनाया गया है, वहां कांग्रेस का बुरा हाल है।
विनेश फोगाट का फिर टूटेगा दिल?
विनेश फोगाट को हरियाणा विधानसभा चुनाव के लिए उनके ससुराल से सीट तो मिल गई है, लेकिन सच तो यही है कि पिछले 19 सालों से उनके ससुराल वाले कांग्रेस को नकार रहे हैं। जी हां, जुलाना सीट से कांग्रेस पिछले 19 सालों से नहीं जीती है।
जुलाना सीट का इतिहास
हरियाणा के जुलाना विधानसभा सीट की बात करें तो 1967 में यहां से कांग्रेस के दाल सिंह चुनाव जीते थे। उसके एक साल बाद स्वतंत्रता पार्टी के नारायण सिंह ने उनकी जगह ली। 1970 में बाई इलेक्शन हुआ और दाल सिंह दोबारा जुलाना के विधायक चुने गए। 1972 में कांग्रेस के ही फतेह सिंह ने जुलाना सीट से जीत हासिल की। 1977 में बड़ा बदलाव हुआ और जनता पार्टी के जिले सिंह ने कांग्रेस को झटका देते हुए जीत दर्ज की। 1982 और 1987 विधानसभा चुनाव में लोकदल के कुलबीर सिंह को जुलाना की जनता ने अपना विधायक चुना। 1991 में जनता पार्टी ने फिर वापसी की और इस बार सूरज भान ने बाजी मारी।
1996 में हरियाणा विकास पार्टी के सत्यनारायण लाठर को जुलाना सीट से जीत मिली। 2000 और 2005 में कांग्रेस एक बार फिर यहां जीतने में कामयाब रही और लेकिन उसके बाद से देश की सबसे पुरानी पार्टी जुलाना से झूलती नजर आई है। पिछले चुनाव में कांग्रेस को यहां 10 प्रतिशत से भी कम वोट मिले थे। ये आंकड़े विनेश फोगाट को टेंशन में डाल सकती है। हालांकि, पेरिस ओलंपिक में शानदार प्रदर्शन और फिर मेडल जीतने का सपना टूटने के बाद से वो जनता के बीच काफी पॉपुलर हुईं हैं। हरियाणा विधानसभा चुनाव 2024 में इमोशनल कार्ड उनके काम आ सकता है। देखना दिलचस्प होगा कि विनेश फोगाट जुलाना से कांग्रेस की झूलती किस्मत को बदल पाएंगी या नहीं।
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Published By : Ritesh Kumar
पब्लिश्ड 8 September 2024 at 10:31 IST