अपडेटेड 8 October 2024 at 18:48 IST
गुजरात, उत्तराखंड से हरियाणा तक... PM मोदी का वो अचूक दांव, जिसमें है BJP की जीत की गारंटी
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के एक दांव ने कांग्रेस की पूरी प्लानिंग पर पानी फेर दिया और लगातार तीसरी बार बीजेपी की सरकार हरियाणा में बन गई।
Haryana Vidhan Sabha Election Results: हरियाणा विधानसभा चुनाव के नतीजे आ चुके है। भारतीय जनता पार्टी ( BJP ) ने इतिहास रचते हुए राज्य में जीत की हैट्रिक लगाई है। BJP ने बहुमत का आंकड़ा पार कर लिया है और राज्य में लगातार तीसरी बार बीजेपी की सरकार बनने जा रही है।
हरियाणा विधानसभा चुनाव में जो तीन मुद्दे जो सबसे ज्यादा चर्चाओं में रहे वो थे किसान, जवान और पहलवान, कांग्रेस ने इन मुद्दों को जमकर भुनाने की कोशिश की लेकिन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के एक दांव ने कांग्रेस की पूरी प्लानिंग पर पानी फेर दिया और लगातार तीसरी बार बीजेपी की सरकार हरियाणा में बन गई।
दरअसल, पीएम मोदी ने अपने सबसे हिट फॉर्म्यूले को हरियाणा चुनाव से पहले इस्तेमाल किया। उन्होंने चुनाव से 6 महीने पहले राज्य के मुख्यमंत्री का चेहरा बदल दिया। मनोहर लाल खट्टर को मुख्यमंत्री पद से हटाकर उन्हें लोकसभा चुनाव लड़ाया और उनकी जगह नायब सिंह सैनी को मुख्यमंत्री बनाया। सीएम चेहरा बदलने के साथ ही पीएम मोदी ने राज्य में एंटी इनकंबैंसी को प्रो इनकंबैंसी में बदल दिया। कांग्रेस की तमाम कोशिशों को बावजूद बीजेपी एक बार फिर सत्ता में वापसी करने में सफल रही।
पीएम मोदी का सबसे अचूक दांव, जिसमें है BJP की जीत की गारंटी
चुनाव से पहले मुख्यमंत्री का चेहरा बदलने वाला पीएम मोदी का दांव हरियाणा में कोई पहला नहीं था। इससे पहले भी बीजेपी कई राज्यों में इस फॉर्म्यूले को अपना चुकी है और सत्ता में वापसी करने में सफल रही है। इनमें हरियाणा, त्रिपुरा, उत्तराखंड और गुजरात शामिल हैं। हालांकि कर्नाटक में बीजेपी के दांव सफल नहीं हो पाया।
गुजरात- गुजरात में बीजेपी ने विधानसभा चुनाव से पहले दो बार मुख्यमंत्री बदले और दोनों ही बार बीजेपी को इसका फायदा हुआ। साल 2017 में बीजेपी ने आनंदी बेन पटेल को हटाकर विजय रूपाणी पर दांव खेला और बीजेपी ने जीत हासिल की। इसी तरह साल 2022 में विधानसभा चुनाव से पहले पार्टी ने विजय रूपाणी को भूपेंद्र पटेल को मुख्यमंत्री बनाया, पार्टी की ये दांव भी सफल रहा।
उत्तराखंड: गुजरात वाले दांव को बीजेपी ने उत्तराखंड में चला और यहां भी ये सफल रहा। बीजेपी ने विधानसभा चुनाव से एक साल पहले त्रिवेंद्र सिंह रावत को हटाकर तीरख सिंह रावत को मुख्यमंत्री बनाया लेकिन वो भी महज चार महीने तक की सीएम रहे। उनके बाद पुष्कर सिंह धामी को राज्य की कमान सौंपी गई और राज्य में बीजेपी ने जीत हासिल की।
त्रिपुरा: गुजरात और उत्तराखंड वाले अपने सफल फॉर्म्यूले को बीजेपी ने त्रिपुरा में भी इस्तेमाल किया। चुनाव से कुछ महीने पहले पार्टी ने मुख्यमंत्री बिप्लव देव को हटाकर डॉ. माणिक साहा को राज्य की कमान सौप दी। इसका फायदा चुनाव में बीजेपी को हुआ और लगातार दूसरी बार सत्ता में वापसी करने में सफल रही।
कर्नाटक: बीजेपी का चुनाव से पहले मुख्यमंत्री बदलने का दांव कर्नाटक में नहीं सफल हो पाया। पार्टी ने चुनाव से पहले बीएस येदियुरप्पा को हटाकर बसवराज बोम्मई को मुख्यमंत्री बनाया लेकिन इस बार ये दांव फेल हो गया और बीजेपी चुनाव हार गई। इस हार के बाद भी बीजेपी ने अपने भरोसेमंद दांव को छोड़ा नहीं और हरियाणा में चला और सफलता हासिल की।
Published By : Deepak Gupta
पब्लिश्ड 8 October 2024 at 18:48 IST