अपडेटेड 13 April 2024 at 10:51 IST
'आपने मुसलमानों की हकमारी की है', लालू यादव पर बड़े आरोप लगा अहमद अशफाक करीम ने छोड़ी RJD
अहमद अशफाक करीम ने शुक्रवार को रात करीब 10 बजे राजद के मुखिया लालू प्रसाद यादव को एक लेटर भेजा, जिसमें उन्होंने अपने इस्तीफे की घोषणा की।
Ahmad Ashfaque Karim: लोकसभा चुनावों से ठीक पहले बिहार में लालू प्रसाद यादव की पार्टी राष्ट्रीय जनता दल को बड़ा झटका लगा है। कटिहार के बड़े नेता और पूर्व राज्यसभा सांसद अहमद अशफाक करीम ने राजद से नाता तोड़ दिया है। अहमद अशफाक करीम ने लालू यादव की पार्टी पर मुसलमानों के अधिकार छीनने के आरोप लगाए। उसी के साथ राजद के राष्ट्रीय अध्यक्ष को अपना इस्तीफा भेज दिया।
अहमद अशफाक करीम ने शुक्रवार को रात करीब 10 बजे राजद के मुखिया लालू प्रसाद यादव को एक लेटर भेजा, जिसमें उन्होंने अपने इस्तीफे की घोषणा की। लालू को भेजे पत्र में अशफाक करीम ने पार्टी पर गंभीर आरोप लगाए। पूर्व राज्यसभा सांसद ने अपने पत्र में लिखा कि 'वो सामाजिक न्याय को ताकत देने के लिए राजद के साथ आए थे, लेकिन उनकी आबादी के अनुरूप तो दूर सम्मानजनक हिस्सेदारी भी नहीं दी।'
राजद के साथ राजनीति करना संभव नहीं: करीम
अपने पत्र में अशफाक करीम लिखते हैं- 'आप (लालू यादव) जातीय जनगणना कराने का दावा करते थे, जिसकी जितनी भागीदारी उसकी उतनी हिस्सेदारी का नारा देते थे। लेकिन आपने मुसलमानों की हकमारी की है। उनकी आबादी के अनुरूप तो दूर सम्मानजनक हिस्सेदारी भी नहीं दी। इसलिए इस परिस्थिति में राजद के साथ राजनीति करना संभव नहीं है। मैं पार्टी की प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफा देता हूं। मेरे इस्तीफे को स्वीकार करें।'
अशफाक करीम को नहीं मिला टिकट
हालांकि बताया जाता है कि अशफाक करीम लोकसभा चुनाव लड़ने की इच्छा जता रहे थे। राजद ने राज्यसभा चुनाव के लिए भी उन्हें टिकट नहीं दिया था। ऐसे में ना राज्यसभा और ना ही लोकसभा का टिकट मिलने से अशफाक करीम नाराज थे। पुष्टि तो नहीं है, लेकिन कहा जाता है कि लोकसभा चुनाव में टिकट को लेकर अशफाक करीम ने लालू और तेजस्वी यादव से संपर्क करने की कोशिश की थी, लेकिन सीट नहीं मिल सकी।
Published By : Amit Bajpayee
पब्लिश्ड 13 April 2024 at 10:37 IST