अपडेटेड 6 April 2024 at 11:37 IST
'मोरे राम, ढूंढो मोरे राम...' राम भजन में मगन हुए फारूक अब्दुल्ला... लगाए 'माता रानी' के जयकारे
फारूक अब्दुल्ला की पार्टी नेशनल कॉन्फ्रेंस विपक्ष के INDI गठबंधन का हिस्सा है। इस लिहाज से पूर्व CM फारूक पिछले दिन कटरा में चुनाव प्रचार करने पहुंचे थे।
Farooq Abdullah Ram Bhajan: जम्मू कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री और नेशनल कॉन्फ्रेंस के अध्यक्ष फारूक अब्दुल्ला इन दिनों खूब राम गीत गा रहे हैं। चुनावी कैंपेन के बीच में भी फारूक अब्दुल्ला राम भजनों में मगन दिख रहे हैं। वो चुनाव प्रचार में लगे हुए हैं और पिछले दिन कटरा पहुंचे हुए थे, जहां उन्होंने राम गीत गाए।
फारूक अब्दुल्ला की पार्टी नेशनल कॉन्फ्रेंस विपक्ष के INDI गठबंधन का हिस्सा है। इस लिहाज से पूर्व मुख्यमंत्री फारूक पिछले दिन कटरा में चुनाव प्रचार करने पहुंचे थे। यहां से कांग्रेस ने रमन भल्ला को अपना उम्मीदवार बनाया है, जिसके लिए फारूक अब्दुल्ला ने प्रचार किया। बाद में वो नेशनल कांफ्रेंस के कार्यकर्ता अनिल शर्मा उर्फ बब्बू के घर गए। यहां उन्होंने राम गीत गाए।
फारूक ने गाया 'मोरे राम, ढूंढो मोरे राम...' गीत
जम्मू कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री फारूक अब्दुल्ला ने 'मोरे राम, अरे ढूंढो मोरे राम...' गीत गाया, जिसे सुनकर वहां मौजूद लोगों ने तालियां बजाई। इसके बाद माता रानी का जयकारा भी लगाया गया और फारूक अब्दुल्ला भी जयकारे पर हाथ उठाते हुए नजर आए।
इस बार चुनाव नहीं लड़ेंगे फारूक अब्दुल्ला
श्रीनगर से मौजूदा सांसद फारूक अब्दुल्ला अबकी बार खुद लोकसभा चुनाव नहीं लड़ रहे हैं। उन्होंने अपनी सेहत को ध्यान में रखते हुए चुनाव लड़ने से इनकार किया है। पिछले दिनों नेशनल कॉन्फ्रेंस के उपाध्यक्ष उमर अब्दुल्ला ने जानकारी दी थी कि पार्टी अध्यक्ष फारूक अब्दुल्ला स्वास्थ्य संबंधी कारणों से लोकसभा चुनाव नहीं लड़ेंगे। फारूक अब्दुल्ला 2002 में जम्मू-कश्मीर से राज्यसभा के लिए चुने गए। वो 2009 में फिर से चुने गए। उन्होंने मई 2009 में राज्यसभा से इस्तीफा दे दिया और उनकी पार्टी ने श्रीनगर से लोकसभा में एक सीट जीती। फारूक अब्दुल्ला UPA सरकार में नवीन और नवीकरणीय ऊर्जा मंत्री के रूप में शामिल हुए थे।
अब्दुल्ला ने 2014 के चुनाव में फिर से श्रीनगर लोकसभा सीट से चुनाव लड़ा, लेकिन पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी के उम्मीदवार तारिक हमीद कर्रा से हार गए। कर्रा ने 2017 में लोकसभा से इस्तीफा दे दिया। इसके कारण श्रीनगर संसदीय सीट पर उपचुनाव हुआ, जिसे अब्दुल्ला ने पीडीपी उम्मीदवार नजीर अहमद खान को हराकर जीता। उन्होंने 2019 में फिर से चुनाव जीता।
Published By : Amit Bajpayee
पब्लिश्ड 6 April 2024 at 11:04 IST