अपडेटेड 25 January 2025 at 11:57 IST

'केजरीवाल को बेल तो ताहिर को जेल क्यों? लोगों को बचाने...', मुस्तफाबाद से टिकट देने पर असदुद्दीन ओवैसी ने दिया ये जवाब

ओवैसी ने आगे कहा कि ताहिर हुसैन को टिकट देकर मैंने कोई गलती नहीं की है। इस चुनाव में कोई भी केजरीवाल या फिर सिसोदिया के चुनाव लड़ने पर अंगुली नहीं उठा रहा है

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दिल्ली की मुस्तफाबाद विधानसभा से टिकट देने पर असदुद्दीन ओवैसी ने दिया ये जवाब | Image: PTI

Delhi Assembly Election 2025: फरवरी 2020 में हुए दिल्ली दंगों के आरोपी ताहिर हुसैन को एआईएमआईएम चीफ असदुद्दीन ओवैसी ने दिल्ली की मुस्तफाबाद विधानसभा सीट से अपना उम्मीदवार बनाया है। इसके बाद से ओवैसी पर सियासी नेता से लेकर मीडिया तक लगातार सवाल खड़े रहे हैं कि आखिर दिल्ली दंगों के आरोपी और जेल में बंद ताहिर हुसैन को टिकट क्यों दिया। इस बात पर अब असदुद्दीन ओवैसी ने जवाब दिया है। ओवैसी ने कहा कि अगर दिल्ली में हुए शराब घोटाला मामले में पूर्व मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को जमानत मिल सकती है तो फिर ताहिर हुसैन को जमानत क्यों नहीं मिल सकती है। आखिर ताहिर ने लोगों के जान और माल की रक्षा की थी।

ओवैसी ने आगे कहा कि ताहिर हुसैन को टिकट देकर मैंने कोई गलती नहीं की है। मैं ताहिर हुसैन को टिकट दूंगा। इस चुनाव में कोई भी केजरीवाल या फिर सिसोदिया के चुनाव लड़ने पर अंगुली नहीं उठा रहा है लेकिन ताहिर हुसैन को टिकट देने को लेकर सबको आपत्ति है। आखिर ताहिर चुनाव कैसे लड़ रहे हैं ये सबको चुभ रहा है। ताहिर ने दिल्ली दंगों के दौरान लोगों के जान और माल की रक्षा की थी। ओवैसी ने ये भी कहा कि बहुत से लोग तो जेल में हैं और चुनाव लड़ रहे हैं उन पर भी कोई सवाल नहीं खड़े करता है लेकिन ताहिर को टिकट क्यों दिया ये सब मुझसे पूछ रहे हैं।


ताहिर हुसैन बढ़ाएंगे AAP की मुश्किलें

ताहिर हुसैन कभी आम आदमी पार्टी के नेता थे। वो आम आदमी पार्टी से निगम पार्षद रह चुके हैं। फरवरी 2020 में हुए दिल्ली दंगों में ताहिर हुसैन का नाम आने के बाद से आम आदमी पार्टी ने उनसे किनारा कर लिया है। दिल्ली दंगों में नाम आने के बाद से आम आदमी पार्टी ने उन्हें पार्टी से निकाल दिया था। ताहिर हुसैन को अभी कुछ ही दिनों पहले दिल्ली हाईकोर्ट से राहत मिली है इसके बाद एक बार फिर से ताहिर के सियासत में सक्रिय होने की चर्चा शुरू हो गयी थी। ऐसे में एआईएमआईएम के मुखिया असदुद्दीन ओवैसी ने ताहिर को अपनी पार्टी से दिल्ली की मुस्तफाबाद सीट से उम्मीदवार बनाया है। अब अगर ताहिर इस सीट से AIMIM के टिकट पर खड़े होते हैं तो वो निश्चित तौर पर आम आदमी पार्टी के लिए मुश्किलें खड़ी कर सकते हैं।


28 जनवरी को होगी अगली सुनवाई

AIMIM उम्मीदवार ताहिर हुसैन की ओर से दायर की गई अंतरिम जमानत याचिका पर सुप्रीम कोर्ट 28 जनवरी को सुनवाई करेगा। इस मामले में अब तक की सुनवाई में कोर्ट ने कहा था कि ताहिर पर कुल 11 मामले हैं जिसमें से 9 मामलों में उन्हें जमानत मिल चुकी है। एक मामला पीएमएलए का है। ताहिर के वकील ने बताया था कि 115 गवाह हैं जिसमें से 22 गवाहों के बयान दर्ज किए जा चुके हैं। एक भी शख्स ने ये गवाही नहीं दी है कि मैंने सहयोग नहीं किया यहां तक कि मुख्य हमलावरों तक को जमानत मिल चुकी है।

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Published By : Ravindra Singh

पब्लिश्ड 25 January 2025 at 11:57 IST