अपडेटेड 9 March 2024 at 11:42 IST

हिंदी पट्टी का एक राज्य, अमेठी-रायबरेली का भी नाम नहीं... पहली लिस्ट साफ दिखा रही कांग्रेस पर दबाव!

कांग्रेस पार्टी ने आगामी लोकसभा चुनावों को लेकर शुक्रवार को अपने पत्ते खोले। 39 लोकसभा सीटों के लिए कांग्रेस ने अपने उम्मीदवारों के नाम की घोषणा की।

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मल्लिकार्जुन खड़गे और राहुल गांधी | Image: Facebook/File

Lok Sabha Election : राज्य-दर-राज्य पार्टी में फूट, बड़े-बड़े नेताओं की गुटबाजी और कमजोर रणनीति कांग्रेस की नैया डुबा चुकी है। देश की सबसे पुरानी पार्टी मौजूदा वक्त में लगभग सिमट चुकी है। पूरे देश में आज के वक्त में उनके महज 48 सांसद हैं। इतनी बुरी स्थिति और NDA मतलब नरेंद्र मोदी के 400 पार का दबाव भी कांग्रेस बढ़ चुका है। इस प्रेशर का असर कांग्रेस पार्टी की पहली लिस्ट में भी कहीं ना कहीं दिखाई पड़ा है।

कांग्रेस पार्टी ने आगामी लोकसभा चुनावों को लेकर शुक्रवार को अपने पत्ते खोले। 39 लोकसभा सीटों के लिए कांग्रेस ने अपने उम्मीदवारों के नाम की घोषणा की। इसी से समझा जा सकता है कि कांग्रेस के ऊपर के प्रेशर को समझा जा सकता है। संसद में मुख्य विपक्षी होने के बावजूद और सबसे पुरानी पार्टी का टैग होने पर भी कांग्रेस 39 उम्मीदवार ही तय कर सकी है, जबकि कांग्रेस के मुकाबले बीजेपी पहली लिस्ट में ही तकरीबन 5 गुना (195) उम्मीदवार उतार चुकी है।

पहली लिस्ट साफ दिखा रही कांग्रेस पर दबाव!

लोकसभा चुनावों में जिताऊ चेहरों की जरूरत होती है, खास रणनीति चाहिए होती है और वो इसलिए भी अहम हो जाती है कि 10 साल से बीजेपी सत्ता में हैं, लेकिन कांग्रेस की लिस्ट में कोई विशेष प्लान दिखाई नहीं दिया। केरल में कांग्रेस ने लगभग उन्हीं सीटों पर अपने उम्मीदवार उतारे, जिन पर उसे पिछली बार जीत मिली। दूसरे राज्यों में भी कुछ सीटें ऐसी हैं, जहां कांग्रेस पिछली बार जीती। इसे अगर समझा जाए तो ये ऐसे समझ आता है कि कांग्रेस बीजेपी से लड़ने की बजाय अपनी सेफ सीटों को बचाने की कोशिश में हैं।

इसका एक और उदाहरण ये भी है कि कांग्रेस की पहली लिस्ट में उत्तर भारत में उम्मीदवार ही नहीं उतारे गए हैं। कांग्रेस ने पहली लिस्ट में छत्तीसगढ़, केरल, कर्नाटक, तेलंगाना, मेघालय, लक्षद्वीप, नागालैंड, सिक्किम और त्रिपुरा में उम्मीदवार उतारे। मतलब हिंदी पट्टी राज्य सिर्फ छत्तीसगढ़ था। कांग्रेस ने उत्तर प्रदेश की रायबरेली और अमेठी सीट पर भी उम्मीदवार घोषित नहीं किया है, जबकि ये दोनों कांग्रेस की परंपरागत सीटें रही हैं। रायबरेली और अमेठी को कांग्रेस का सबसे मजबूत किला माना जाता रहा है। हालांकि पिछली बार अमेठी गंवाने के बावजूद कांग्रेस ने पहली लिस्ट में यहां उम्मीदवार की घोषणा नहीं की।

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पहली सूची में किस राज्य से कितने उम्मीदवार?

कांग्रेस के उम्मीदवारों की पहली सूची में सबसे अधिक 16 उम्मीदवार केरल से हैं। कांग्रेस केरल की कुल 20 लोकसभा सीट में 16 पर चुनाव लड़ेगी। 4 सीट पर सहयोगी दल चुनाव लड़ेंगे। कांग्रेस ने छत्तीसगढ़ की 6, कर्नाटक की 7, तेलंगाना की 4, मेघालय की 2, जबकि लक्षद्वीप, नागालैंड, सिक्किम और त्रिपुरा की एक-एक सीट के लिए उम्मीदवार घोषित किए हैं।

पहली लिस्ट में 'सेल्फ गोल'!

कांग्रेस अपनी पहली लिस्ट में एक सेल्फ गोल भी कर बैठी है। पिछले कुछ वक्त से कांग्रेस के एजेंडे में ओबीसी वर्ग रहा है। इसको लेकर वो बीजेपी को भी लगातार घेरती रही है, लेकिन पार्टी के उम्मीदवारों की पहली लिस्ट में ओबीसी के साथ कांग्रेस ने 'न्याय' नहीं किया है। कांग्रेस उम्मीदवारों की पहली सूची में 15 उम्मीदवार सामान्य वर्ग से हैं। बाकी 24 सीटों पर ओबीसी को अनुसूचित जाति, अनुसूचित जनजाति और अल्पसंख्यक समुदायों के साथ मिलाकर टिकट थमा दिया है।

पहली लिस्ट में किन दिग्गजों को टिकट?

पहली लिस्ट में सबसे खास नाम पार्टी के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी का है, जो एक बार फिर वायनाड सीट से चुनाव लड़ेंगे।  राहुल के अलावा कांग्रेस के संगठन महासचिव केसी वेणुगोपाल, छत्तीसगढ़ के पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल और पूर्व केंद्रीय मंत्री शशि थरूर समेत कई वरिष्ठ नेताओं के नाम शामिल हैं। वेणुगोपाल केरल की अलप्पुझा, थरूर तिरुवनंतपुरम और बघेल छत्तीसगढ़ की राजनांदगाव सीट से चुनाव लड़ेंगे।

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Published By : Amit Bajpayee

पब्लिश्ड 9 March 2024 at 11:25 IST