अपडेटेड 8 November 2025 at 17:57 IST
Bihar Election: वोटिंग के बाद बिहार में बवाल, समस्तीपुर में सड़क पर फैली मिलीं VVPAT पर्चियां; चुनाव आयोग ने किया ARO को किया सस्पेंड
बिहार के समस्तीपुर जिले में शनिवार को सरायरंजन विधानसभा क्षेत्र के केएसआर कॉलेज के पास सड़क किनारे भारी संख्या में EVM से निकलने वाली VVPAT पर्चियां बिखरी हुई मिलीं।
बिहार के समस्तीपुर जिले में शनिवार को सरायरंजन विधानसभा क्षेत्र के केएसआर कॉलेज के पास सड़क किनारे भारी संख्या में EVM से निकलने वाली VVPAT पर्चियां बिखरी हुई मिलीं। राष्ट्रीय जनता दल (RJD) ने इसे लेकर चुनावी प्रक्रिया की पारदर्शिता और निर्वाचन आयोग की साख पर सवाल उठाया। आरजेडी ने X पर तस्वीर पोस्ट कर लिखा, ‘समस्तीपुर के सरायरंजन विधानसभा क्षेत्र के KSR कॉलेज के पास सड़क पर भारी संख्या में EVM से निकलने वाली VVPAT पर्चियां फेंकी हुई मिली। कब, कैसे, क्यों किसके इशारे पर इन पर्चियों को फेंका गया? क्या चोर आयोग इसका जवाब देगा? क्या यह सब बाहर से आकर बिहार में डेरा डाले लोकतंत्र के डकैत के निर्देश पर हो रहा है?’
मामला संज्ञान में आने के बाद चुनाव आयोग ने इस पर बड़ा एक्शन लिया है। डीएम को जांच करवाकर कार्रवाई का आदेश दिया गया है। इस बीच संबंधित एआरओ को सस्पेंड कर दिया गया है। उनपर एफआईआर दर्ज कराने की तैयारी की जा रही है। दो अन्य कर्मियों पर भी लापरवाही के आरोप में कार्रवाई की जा रही है। जानकारी के मुताबिक पहले चरण के तहत 6 नवंबर को इस विधानसभा सीट पर मतदान हुआ था, लेकिन 8 नवंबर की सुबह शितलपट्टी गांव में वीवीपैट से निकली हजारों पर्चियां कूड़े में फेंकी मिलीं। वीवीपैट की पर्ची फेंकी मिलने के बाद हजारों की संख्या में लोग जुट गये और जमकर बवाल करने लगे।
जिला मजिस्ट्रेट ने क्या कहा?
जिला मजिस्ट्रेट रोशन कुमार ने कहा, "प्रारंभिक जांच से पुष्टि हुई है कि ये मतदान शुरू होने से पहले सुबह 5.30 बजे किए गए अनिवार्य मॉक पोल की वीवीपैट पर्चियां थीं।" चुनाव आयोग के प्रोटोकॉल के अनुसार, ईवीएम-वीवीपैट की कार्यक्षमता की जांच के लिए मतदान एजेंटों की उपस्थिति में मॉक पोल होते हैं, जिसके बाद सीसीटीवी की निगरानी में पर्चियों को नष्ट कर दिया जाता है। जिला प्रशासन ने जांच के बाद सभी पर्चियों को अलग-अलग राजनीतिक दलों के प्रत्याशियों की मौजूदगी में जब्त किया। इस मामले में एफआईआर भी दर्ज की गई है।
Published By : Ankur Shrivastava
पब्लिश्ड 8 November 2025 at 17:57 IST