अपडेटेड 22 October 2025 at 18:52 IST
वोटिंग से पहले महागठबंधन को बड़ा झटका, इस सीट पर तेजस्वी की RJD पार्टी उम्मीदवार श्वेता सुमन का पर्चा रद्द, आंखों से छलके आंसू, VIDEO
नामांकन रद्द होने से बेहद दुखी श्वेता सुमन ने आरोप लगाया कि इस दबाव के पीछे भाजपा, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृह मंत्री अमित शाह हैं।
बिहार विधानसभा चुनाव से ठीक पहले महागठबंधन को बुधवार को एक बड़ा झटका लगा है। राष्ट्रीय जनता दल (राजद) की मोहनीया विधानसभा सीट से उम्मीदवार श्वेता सुमन का नामांकन पत्र रद्द कर दिया गया है। प्रशासन के इस फैसले से आहत श्वेता सुमन मीडिया के सामने रो पड़ीं और आरोप लगाया कि यह निर्णय 'दिल्ली से बनाए गए भारी दबाव' के चलते लिया गया है।
नामांकन रद्द होने से बेहद दुखी श्वेता सुमन ने आरोप लगाया कि इस दबाव के पीछे भाजपा, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृह मंत्री अमित शाह हैं। उन्होंने कहा, "रिटर्निंग ऑफिसर (आरओ) और अन्य अधिकारी दिल्ली से आ रहे लगातार दबाव के कारण मजबूर थे। उन्होंने कहा कि वे असहाय हैं...यह दबाव बीजेपी, पीएम मोदी और अमित शाह की ओर से था। और कौन दबाव डाल सकता है?"
श्वेता सुमन ने क्या कहा?
#WATCH | Kaimur, Bihar | Claiming that her candidature has been cancelled from Mohania Assembly constituency, RJD leader Shweta Suman says, " Pressure was constantly being placed on the RO and CO from Delhi. They were forced to make this decision. They said they were helpless...… pic.twitter.com/RujjOzCBOK
— ANI (@ANI)
श्वेता सुमन ने भाजपा उम्मीदवार पर भी नियम तोड़ने का आरोप लगाया। उन्होंने कहा, "यहां से बीजेपी की उम्मीदवार संगीता ने नोटिफिकेशन की तारीख के बाद अपना जाति प्रमाण पत्र जमा किया, लेकिन चूंकि वे बीजेपी से हैं, इसलिए उन पर कोई कार्रवाई नहीं हुई। उनका जाति प्रमाण पत्र नोटिफिकेशन के बाद 13 अक्टूबर को बना, जबकि वह इससे पहले का होना जरूरी था, लेकिन उसे स्वीकार कर लिया गया।"
राजद नेता ने आरोप लगाया कि भाजपा को राजद की सरकार आने का डर है, इसलिए उनका पर्चा रद्द किया गया है और वे "बिहार का नाश करने वाले हैं।"
किस चलते नामांकन रद्द
नामांकन रद्द होने का कारण बताते हुए श्वेता सुमन ने कहा कि उन पर यह आरोप लगाया गया है कि वह उत्तर प्रदेश की मूल निवासी हैं और उनका जाति प्रमाण पत्र बिहार का न होकर यूपी का है। उन्होंने कहा कि, "कहा जा रहा है कि मैं यहां की मूल निवासी नहीं हूं, जबकि मैं यहां 20 सालों से रह रही हूं।" उन्होंने भाजपा पर निशाना साधते हुए कहा कि, "वे चाहते हैं कि उनका एक छत्र राज हो, तो आप लोकतंत्र को, संविधान को खत्म कर दीजिए।" श्वेता सुमन ने कहा कि वह इस मामले को लेकर निश्चित रूप से अदालत जाएंगी।
श्वेता सुमन का नामांकन रद्द होना महागठबंधन के लिए दूसरा बड़ा झटका है। इससे ठीक एक दिन पहले, मंगलवार को पूर्वी चंपारण की सुगौली विधानसभा सीट से विकासशील इंसान पार्टी (वीआईपी) के उम्मीदवार शशि भूषण सिंह का नामांकन भी रद्द कर दिया गया था।
बिहार में कुल 243 विधानसभा सीटों के लिए मतदान दो चरणों में, 6 नवंबर और 11 नवंबर को होगा, और चुनाव के नतीजे 14 नवंबर को घोषित किए जाएंगे।
Published By : Subodh Gargya
पब्लिश्ड 22 October 2025 at 18:46 IST