अपडेटेड 22 October 2025 at 21:28 IST
भोजपुरी स्टार पवन सिंह की पत्नी ज्योति सिंह के हल्फनामे में छुपे हैं कई संदेश, खुद को बताया परित्यक्त नारी तो पति के कॉलम में क्या?
बिहार की सियासत में इन दिनों भोजपुरी स्टार पवन सिंह की पत्नी ज्योति सिंह सुर्खियों में हैं। काराकाट विधानसभा सीट से निर्दलीय प्रत्याशी के रूप में चुनावी मैदान में उतरने वाली ज्योति सिंह ने अपने नामांकन पत्र में एक ऐसा शब्द लिखा, जिसने राजनीतिक हलकों से लेकर सोशल मीडिया तक बहस छेड़ दी है।
बिहार की सियासत में इन दिनों भोजपुरी स्टार पवन सिंह की पत्नी ज्योति सिंह सुर्खियों में हैं। काराकाट विधानसभा सीट से निर्दलीय प्रत्याशी के रूप में चुनावी मैदान में उतरने वाली ज्योति सिंह ने अपने नामांकन पत्र में एक ऐसा शब्द लिखा, जिसने राजनीतिक हलकों से लेकर सोशल मीडिया तक बहस छेड़ दी है। नामांकन पत्र के वैवाहिक स्थिति वाले कॉलम में ज्योति सिंह ने खुद को ‘परित्यक्त नारी’ बताया है। उन्होंने पति के नाम के स्थान पर पवन सिंह का नाम नहीं लिखा, बल्कि केवल इतना लिखा— ‘ख्याति प्राप्त भोजपुरी कलाकार’। यह पंक्ति ही अब चर्चा का सबसे बड़ा विषय बन गई है।
आपको बता दें कि ‘परित्यक्त नारी’ का अर्थ होता है वह स्त्री जिसे उसका पति छोड़ चुका हो, मगर कानूनी रूप से तलाक की प्रक्रिया पूरी न हुई हो। यानी, पति-पत्नी के बीच संबंध टूट चुके हैं, लेकिन विवाह अब भी कानूनी रूप से कायम रहता है। यह स्थिति तलाकशुदा महिला से भिन्न होती है, क्योंकि वहां अदालत द्वारा वैवाहिक बंधन समाप्त किया जा चुका होता है। समाज में इस शब्द का प्रयोग अक्सर उन महिलाओं के लिए किया जाता है जिन्हें उनके पति और ससुराल पक्ष ने त्याग दिया हो, जबकि वे अब भी विवाह के कानूनी ढांचे में फंसी रहती हैं।
सोशल मीडिया पर आए ऐसे-ऐसे रिएक्शन
ज्योति सिंह के हलफनामे में पति का नाम न लिखने के बाद एक्स (पूर्व ट्विटर) पर हर तरह की प्रतिक्रियाएं बाढ़ की तरह उमड़ पड़ीं। किसी ने ज्योति सिंह को “स्वतंत्र पहचान की प्रतीक” कहा, तो कुछ ने इसे “राजनीतिक रणनीति” करार दिया। एक यूजर ने लिखा, “कुछ दिन पहले तो ‘मेरा पति, मेरा परिवार’ कहती दिखीं, अब नाम तक नहीं लिखा।
ये कदम शायद अपनी राजनीतिक आजादी दिखाने के लिए उठाया गया है, लेकिन कानूनी प्रक्रिया अभी पूरी नहीं हुई, तो इसे लेकर विवाद उठ सकता है।” वहीं एक अन्य टिप्पणी में कहा गया, “शायद ये सब जानबूझ कर किया गया है, ताकि अगर हार का अंदेशा हो तो पर्चा ही रद्द हो जाए।”
गौरतलब है कि ज्योति सिंह ने सोमवार को नामांकन दाखिल किया। वे पवन सिंह के उसी क्षेत्र (काराकाट विधानसभा) से चुनाव लड़ रही हैं, जहां 2024 के लोकसभा चुनाव में पवन सिंह किस्मत आजमा चुके थे लेकिन हार गए थे। उस चुनाव में ज्योति सिंह ने अपने पति के लिए खुलकर प्रचार किया था। अब वही क्षेत्र उनके लिए राजनीतिक महत्व का केंद्र बन गया है। ज्योति सिंह लगातार इलाके में सक्रिय रही हैं, सामाजिक कार्यक्रमों और जनसंपर्क के ज़रिए स्थानीय लोगों से अपना जुड़ाव बनाए रखा है।
नामांकन के बाद क्या बोलीं ज्योति सिंह
निर्वाचन कार्यालय में नामांकन दाखिल करने के बाद जब वे बाहर निकलीं, तो समर्थकों ने फूल-मालाओं से उनका जोशीला स्वागत किया। नारों की गूंज में ज्योति ने कहा कि वे “लोगों की सेवा और अपनी पहचान के लिए” यह कदम उठा रही हैं। अब काराकाट में मुकाबला दिलचस्प होता जा रहा है। 11 नवंबर को होने वाले मतदान से पहले ज्योति सिंह अपने प्रचार अभियान में पूरी ताकत झोंक चुकी हैं।
Published By : Ankur Shrivastava
पब्लिश्ड 22 October 2025 at 21:28 IST