अपडेटेड 1 November 2025 at 23:29 IST
Bihar Election: दुलारचंद हत्याकांड में चुनाव आयोग का बड़ा एक्शन, SP समेत 4 अफसरों का तबादला, 1 सस्पेंड
बिहार विधानसभा चुनाव से पहले मोकामा में जन सुराज पार्टी के समर्थक दुलारचंद यादव की हत्या ने सियासी हलचल तेज कर दी है। इस मामले में भारतीय निर्वाचन आयोग (ECI) ने सख्त कदम उठाते हुए कई अधिकारियों का तत्काल तबादला और निलंबन के आदेश जारी किए हैं।
बिहार विधानसभा चुनाव से पहले मोकामा में जन सुराज पार्टी के समर्थक दुलारचंद यादव की हत्या ने सियासी हलचल तेज कर दी है। इस मामले में भारतीय निर्वाचन आयोग (ECI) ने सख्त कदम उठाते हुए कई अधिकारियों का तत्काल तबादला और निलंबन के आदेश जारी किए हैं। आयोग ने शनिवार को जारी निर्देश में बाढ़ और मोकामा क्षेत्र के तीन अधिकारियों को उनके पदों से हटाने का आदेश दिया।
बाढ़ के सब-डिविजनल ऑफिसर और मोकामा विधानसभा क्षेत्र के रिटर्निंग ऑफिसर चंदन कुमार को तुरंत प्रभाव से हटाकर उनकी जगह आईएएस आशीष कुमार को नियुक्त किया गया है, जो वर्तमान में पटना नगर निगम में अतिरिक्त नगर आयुक्त हैं। इसी तरह बाढ़ के एसडीपीओ राकेश कुमार और अभिषेक सिंह को भी बदला गया है। उनकी जगह 2022 बैच के आईपीएस अधिकारी आनंद कुमार सिंह और आयुष श्रीवास्तव को जिम्मेदारी सौंपी गई है।
इसके अलावा, पटना ग्रामीण के पुलिस अधीक्षक का भी तबादला कर दिया गया है, जबकि घोसवारी और भदौर थानों के दो थाना प्रभारी पहले ही निलंबित किए जा चुके हैं। आयोग ने हटाए गए अधिकारियों के खिलाफ विभागीय कार्रवाई शुरू करने के भी निर्देश दिए हैं। बिहार के डीजीपी विनय कुमार से दोपहर 12 बजे तक पूरी कार्रवाई की रिपोर्ट मांगी गई है।
दुलारचंद हत्याकांड में अबतक 3 FIR
यह सारा विवाद 30 अक्टूबर को उस समय शुरू हुआ जब मोकामा में चुनाव प्रचार के दौरान दो गुटों के बीच गोलीबारी हुई, जिसमें दुलारचंद यादव की मौत हो गई। पुलिस ने अब तक तीन प्राथमिकी दर्ज की हैं और दो संदिग्धों को गिरफ्तार किया है। हालांकि पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट में मौत का कारण कार्डियोरेस्पिरेटरी फेलियर बताया गया है, लेकिन घटना ने राजनीतिक तापमान बढ़ा दिया है।
जन सुराज पार्टी के संस्थापक प्रशांत किशोर ने इसे प्रशासनिक असफलता और लोकतांत्रिक मूल्यों पर हमला बताया, जबकि आरजेडी नेता तेजस्वी यादव ने हिंसा की निंदा करते हुए चुनाव आयोग से कठोर कार्रवाई की मांग की। मोकामा का इलाका लंबे समय से बाहुबल और सत्ता संघर्ष का केंद्र रहा है। यह सीट इस बार भी खास चर्चा में है, क्योंकि यहां जेडीयू के अनंत सिंह और आरजेडी की वीणा देवी के बीच जोरदार मुकाबला माना जा रहा है। वीणा देवी पूर्व सांसद सूरजभान सिंह की पत्नी हैं। दोनों उम्मीदवार भूमिहार समुदाय से होने के कारण एक ही सामाजिक समीकरण में राजनीतिक टकराव साफ झलकता है।
गौरतलब है कि पहले चरण का मतदान 6 नवंबर और दूसरे चरण का मतदान 11 नवंबर को होना है, जबकि परिणाम 14 नवंबर को घोषित किए जाएंगे। मोकामा की यह घटना न केवल स्थानीय माहौल बल्कि पूरे बिहार के चुनावी परिदृश्य को प्रभावित करने की संभावना रखती है।
Published By : Ankur Shrivastava
पब्लिश्ड 1 November 2025 at 23:29 IST