अपडेटेड 22 July 2024 at 22:47 IST
सेवाओं के लिए एक विक्रेता पर निर्भर न रहें, RBI डिप्टी गवर्नर ने जोखिमों से किया आगाह
पिछले सप्ताह शुक्रवार को माइक्रोसॉफ्ट की सेवाओं में व्यवधान के कारण उड़ानें बंद हो गईं, वित्तीय संस्थाएं और अस्पताल प्रणाली भी बाधित हुईं थीं।
मुंबई, 22 जुलाई (भाषा) वैश्विक सूचना प्रौद्योगिकी कंपनी माइक्रोसॉफ्ट की सेवाओं में व्यवधान के कुछ दिन बाद भारतीय रिजर्व बैंक के डिप्टी गवर्नर एम राजेश्वर राव ने सोमवार को विनियमित संस्थाओं के एक विक्रेता पर निर्भर रहने के जोखिमों से सचेत किया। राव ने घरेलू रेटिंग एजेंसी ‘केयरएज’ के एक कार्यक्रम में यहां कहा कि आरबीआई के एक सर्वेक्षण में पाया गया है कि विनियमित संस्थाएं जिन ऋण सेवा प्रदाताओं की सेवाएं ले रही हैं, उनमें से कई के पास ग्राहक निवारण तंत्र नहीं हैं।
उन्होंने कहा कि विनियमित संस्थाओं के लिए अपने तीसरे पक्ष के जुड़ावों को अधिक सजगता के साथ देखना जरूरी है। उन्होंने जोखिमों के उदाहरण के रूप में विशेष रूप से माइक्रोसॉफ्ट व्यवधान का जिक्र किया। साइबर सुरक्षा में तीसरे पक्ष की मदद के बारे में राव ने एकल विक्रेताओं पर निर्भरता की बात कही।
उन्होंने कहा, 'तीसरे पक्ष पर निर्भरता भी बाध्य कर सकती है, जहां विनियमित संस्थाएं महत्वपूर्ण सेवाओं के लिए एक विक्रेता पर निर्भर हो जाती हैं। विक्रेताओं की विविधता में कमी निर्भरता के जोखिमों को बढ़ा सकती है और संस्थाओं की जुझारू क्षमता को सीमित कर सकती है।'
पिछले सप्ताह शुक्रवार को माइक्रोसॉफ्ट की सेवाओं में व्यवधान के कारण उड़ानें बंद हो गईं, वित्तीय संस्थाएं और अस्पताल प्रणाली भी बाधित हुईं थीं। इस आईटी व्यवधान ने मुट्ठी भर प्रदाताओं के सॉफ्टवेयर पर निर्भरता की कमी को उजागर किया।
Published By : Ravindra Singh
पब्लिश्ड 22 July 2024 at 22:47 IST