अपडेटेड 15 July 2024 at 14:21 IST

BREAKING: Zomato के फाउंडर दीपिंदर गोयल ने अरबपतियों के क्लब में मारी एंट्री, शेयर में जोरदार उछाल

ऑनलाइन फूड डिलीवरी कंपनी जोमैटो के फाउंडर और CEO दीपिंदर गोयल अरबपतियों के क्लब में मारी एंट्री ली है।

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Deepinder Goyal | Image: Republic

ऑनलाइन फूड डिलीवरी कंपनी जोमैटो (Zomato) के फाउंडर और CEO दीपिंदर गोयल (Deepinder Goyal) आज सुर्खियों में छाए हुए हैं। दरअसल,दीपिंदर गोयल अब अरबपति की सूची में शामिल हो गए हैं। सोमवार को जोमैटो के शेयरों में आई भारी उछाल का उन्हें फायदा मिला और उन्होंने अरबपति का दर्जा हासिल कर लिया है।

आज बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज (BSE) पर जोमैटो के शेयर में 4 प्रतिशत की उछाल आई और यह 232 रुपये के सर्वकालिक उच्च स्तर पर पहुंच गया। शेयरों में जबरदस्त उछाल आने के बाद दीपिंदर गोयल भारत के सबसे अमीर पेशेवर प्रबंधक बन गए।

दीपिंदर गोयल बने अरबपति

 

शेयर का शानदार प्रदर्शन NSE पर 7650 रुपये के अपने सर्वकालिक निम्नतम स्तर से 200 प्रतिशत की चौंका देने वाली वृद्धि दर्शाता है, जिससे जोमैटो का बाजार पूंजीकरण 1.9 लाख करोड़ रुपये से अधिक हो गया है। गोयल की व्यक्तिगत संपत्ति अब 8,000 करोड़ रुपये से अधिक हो गई है, जिससे वह मात्र 41 वर्ष की आयु में भारत के सबसे धनी पेशेवर प्रबंधक बन गए हैं। बीएसई के अनुसार, दीपिंदर गोयल के पास जोमैटो में 4.19 प्रतिशत हिस्सेदारी के बराबर 36,94,71,500 डॉलर हैं।

Zomato के शेयरों में रिकॉर्ड उछाल

 

Zomato के शेयरों में सोमवार को उछाल कंपनी द्वारा फूड डिलीवरी पर अपने प्लेटफॉर्म शुल्क को 20 प्रतिशत बढ़ाने के फैसले के बाद आया है। बता दें कि हाल ही में जोमेटो ने अपने प्लेटफॉर्म फीस को 20 प्रतिशत की बढ़ोतरी की थी। सोमवार को जोमेटौ के शेयरों में आई जबदस्त तेजी के चलते कंपनी में उनकी हिस्सेदारी की वैल्यू अचानक बढ़ाकर 1 अरब डॉलर से ज्यादा हो गईल और दीपिंदर को इसका सीधा फायदा मिला।

फूडीबे कॉम के रूप में की थी प्लेटफॉर्म की शुरुआत

 

दीपिंदर गोयल ने IIT दिल्ली से मैथ और कंप्यूटर में एमटेक की डिग्री प्राप्त की है। दीपिंदर गोयल द्वारा स्थापित जोमैटो की शुरुआत फूडीबे कॉम के रूप में हुई थी, जबकि गोयल बैन एंड कंपनी में काम करते थे। खाने के प्रति अपने जुनून से प्रेरित होकर, गोयल और उनकी टीम ने प्लेटफॉर्म को जोमैटो में बदल दिया।  2011 में इन्फो एज से शुरुआती फंडिंग हासिल की। ​​कंपनी ने भारत के खाद्य प्रौद्योगिकी उद्योग में तेजी से प्रमुखता हासिल की और 2018 में यूनिकॉर्न का दर्जा हासिल किया।

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Published By : Rupam Kumari

पब्लिश्ड 15 July 2024 at 13:49 IST