अपडेटेड 4 March 2025 at 18:31 IST
हर तिमाही 2,500 करोड़ रुपये खर्च करने का दीपिंदर गोयल का दावा असत्यः जेप्टो सीईओ
गोयल ने कहा था कि त्वरित आपूर्ति कारोबार से जुड़ी कंपनियां हर तिमाही में 5,000 करोड़ रुपये का नुकसान उठा रही हैं और इसमें से आधे से ज़्यादा हिस्सा जेप्टो का है।
त्वरित आपूर्ति मंच जेप्टो के मुख्य कार्यपालक अधिकारी (सीईओ) आदित पलिचा ने मंगलवार को प्रतिद्वंद्वी कंपनी जोमैटो के संस्थापक दीपिंदर गोयल की उस टिप्पणी को ‘सत्यापन के लिहाज से असत्य’ बताया जिसमें जेप्टो के हर तिमाही में 2,500 करोड़ रुपये खर्च करने का दावा किया गया था।
पलिचा ने कहा कि कंपनी के वित्तीय विवरणों को सार्वजनिक रूप से दाखिल करने पर गोयल का यह दावा गलत साबित हो जाएगा।
पलिचा ने पेशेवर नेटवर्किंग मंच लिंक्डइन पर गोयल के हवाले से आई रिपोर्टों पर बात करते हुए कहा कि वह अच्छे विश्वास के साथ एक स्टार्टअप पारिस्थितिकी का निर्माण करने और भारतीय उपभोक्ताओं के लिए विश्वस्तरीय उत्पाद बनाने की मंशा रखते हैं।
गोयल ने कहा था कि त्वरित आपूर्ति कारोबार से जुड़ी कंपनियां हर तिमाही में 5,000 करोड़ रुपये का नुकसान उठा रही हैं और इसमें से आधे से ज़्यादा हिस्सा जेप्टो का है।
इस पर पलिचा ने कहा, ‘‘गोयल के इस दावे से यही मतलब निकलता है कि हमें हर तिमाही में 2,500 करोड़ रुपये से ज्यादा का नुकसान हो रहा है।’’ उन्होंने गोयल के इस दावे पर कहा, ‘‘यह कथन सत्य नहीं है और यह तब स्पष्ट हो जाएगा जब हम अपने वित्तीय विवरण सार्वजनिक रूप से दाखिल करेंगे।’’
हालांकि, पलिचा ने यह कहा कि गोयल के अच्छे इरादे हैं और उनके बयान को संदर्भ से हटकर देखा जा रहा है।
पलिचा ने कहा कि जब गोयल ने जोमैटो की शुरुआत की थी, तब उनकी उम्र महज पांच साल थी।
उन्होंने कहा कि गोयल भारतीय स्टार्टअप परिवेश के लिए एक ‘रोल मॉडल’ बन गए हैं और जोमैटो से सीखना और प्रतिस्पर्धा करना एक सौभाग्य की बात है।
Published By : Deepak Gupta
पब्लिश्ड 4 March 2025 at 18:31 IST