अपडेटेड 1 February 2025 at 00:41 IST

Budget 2025: कश्मीर से कन्याकुमारी तक रेलवे लाइन से जुड़ा भारत, बजट से रेलयात्रियों को क्या हैं उम्मीदें?

रेलयात्रियों को बजट से किराए में राहत, अधिक ट्रेनों की घोषणा, सुरक्षा, आधुनिक सुविधाओं में सुधार की उम्मीद है। देखना होगा कि सरकार इन मांगों पर कितना ध्यान देगी

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Railway Sector budget Expectations | Image: Republic

Railway budget Expectations: भारतीय रेलवे दुनिया का चौथा सबसे बड़ा रेल नेटवर्क है, जो प्रतिदिन 2 करोड़ 40 लाख से ज्यादा लोगों को अपने गंतव्य तक पहुंचाता है। भारत के पास दुनिया का सबसे बड़ा सरकारी स्वामित्व वाला रेल नेटवर्क है। वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण 1 फरवरी को देश का आम बजट पेश करेंगी। इस बजट से रेलयात्रियों को भी ढेरों उम्मीदें हैं।

आम आदमी को बजट से हमेशा उम्मीद रहती है। सैलरी क्लास को इस बार अच्छा होने की उम्मीद है, उम्मीद है कि इनकम टैक्स में राहत मिलगी। इसके अलावा रेल यात्रियों को भी कई उम्मीदें हैं। भारतीय रेलवे को देश की लाइफ लाइन कहा जाता है। ऑस्ट्रेलिया की पूरी आबादी के बराबर यात्रियों को भारतीय रेलवे हर रोज यात्रा कराता है। यात्रियों के साथ ही रेलवे को भी इस बजट से काफी उम्मीदें हैं।

'किराए में ना हो बढ़ोतरी'

रेल बजट का सीधा असर आम जनता, खासकर रोजाना ट्रेन से सफर करने वाले यात्रियों पर पड़ता है। लिहाजा रेल में सफर करने वाले हर आदमी की निगाहें बजट पर टिकी हुई है। यात्री उम्मीद कर रहे हैं कि जनरल, स्लीपर और 3AC के किराए में राहत मिले। वरिष्ठ नागरिकों और छात्रों को रियायतों की उम्मीद है। लंबी दूरी की ट्रेनों में डायनेमिक फेयर सिस्टम (जिसमें मांग के अनुसार किराया बढ़ता है) खत्म करने की उम्मीद।

ट्रेन से सफर करने वाले आम लोगों का कहना है कि किराए में बढ़ोतरी नहीं होनी चाहिए। अगर सरकार रेल किराया बढ़ाती है, तो इसका सीधा असर आम आदमी की जेब पर पड़ता है।

ट्रेनों में आधुनिक सुविधाएं

स्लीपर और जनरल कोचों में साफ-सफाई और सीटों की गुणवत्ता में सुधार होनी की जरूरत है। फ्री वाई-फाई, मोबाइल चार्जिंग प्वाइंट और आधुनिक टॉयलेट की सुविधा भी बढ़ाने की जरूरत। इसके अलावा अधिक स्टेशनों को वर्ल्ड-क्लास स्टेशन के रूप में विकसित करने की मांग है। CCTV कैमरे, ऑटोमेटिक गेट और वेटिंग एरिया में लोग सुधार की जरूरत महसूस कर रहे हैं। प्लेटफार्मों पर शुद्ध पानी, शौचालय और बैठने की सुविधा में भी सुधार की मांग है।

बढ़ाए जाएं सामान्य कोच

मोदी सरकार लगातार रेलवे सिस्टम में सुधार कर रही है। भारतीय रेलवे यात्रियों को बेहतर व्यवस्था और सुविधाओं के साथ विश्व स्तरीय सुविधाएं देने की कोशिश कर रही है। ट्रेन में सफर करते समय भारत में सबसे अधिक मुश्किलों का सामना सामान्य कोच में यात्रा करने वाले यात्रियों को करना पड़ता है। यात्रियों की मांग है कि ट्रेनों में सामान्य कोच की संख्या को बढ़ाया जाए।

नई ट्रेनों की घोषणा

रेलवे नेटवर्क में ट्रेनों की स्पीड और संख्या बढ़ाने पर ध्यान दिया जा सकता है। वंदे भारत और अमृत भारत एक्सप्रेस पर भी विशेष फोकस रखा जा सकता है। इस बजट में अधिक वंदे भारत एक्सप्रेस और सुपरफास्ट ट्रेनों की उम्मीद है। सेमी-हाई स्पीड और बुलेट ट्रेन प्रोजेक्ट्स को भी बढ़ावा मिलने की संभावना है। छोटे शहरों और ग्रामीण क्षेत्रों को जोड़ने के लिए नई ट्रेनों की मांग की जा रही है।

भारतीय रेलवे अब कश्मीर से कन्याकुमारी तक पहुंच गई है। राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने शुक्रवार को अपने अभिभाषण में बताया कि देश भर में 71 वंदे भारत, अमृत भारत और नमो भारत ट्रेनें चल रही हैं, जिनमें पिछले 6 महीनों में 17 नई वंदे भारत ट्रेनें और एक नमो भारत ट्रेन शामिल की गई हैं। भारत में मेट्रो नेटवर्क अब 1,000 किलोमीटर के स्तर को पार कर चुका है।

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Published By : Sagar Singh

पब्लिश्ड 1 February 2025 at 00:41 IST